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सर्वे में खुलासा: ओमिक्रॉन का मिजाज देख कर तय करेंगे वैक्सीन लगवाएं या नहीं, 12 करोड़ ने अभी तक नहीं ली एक भी खुराक

कोरोना टीकाकरण अभियान में देश लगातार रिकॉर्ड बनाते जा रहा है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 133.17 करोड़ कोविड रोधी टीके लगाए जा चुके हैं। 13 दिसंबर तक की रिपोर्ट के अनुसार देश का कोविड-19 टीकाकरण कवरेज 133.17 करोड़ है। हालांकि इस बीच एक एजेंसी के सर्वे में सामने आया है कि अभी भी 12 करोड़ वयस्क ऐसे हैं जिन्होंने अभी तक वैक्सीन की एक भी डोज नहीं ली है।

लोकल सर्किल एजेंसी ने हाल ही में अपने सर्वे के जरिए वैक्सीन नहीं लगाने वाले लोगों की राय जानी और उनकी हिचकिचाहट को समझने की कोशिश की है। इनमें सामने आया है कि देश में अब तक 82 करोड़ व्यस्क वैक्सीन का पहला डोज लगवा चुके हैं। जबकि दो करोड़ लोग जल्द ही अपनी पहली डोज लगाने की तैयारी कर रहे हैं। जबकि तीन करोड़ लोग ऐसे हैं जो फिलहाल इंतजार कर रहे हैं कि वैक्सीन ओमिक्रॉन वैरिएंट पर प्रभावी है या नहीं है। इसके बाद वे वैक्सीन लगाने को लेकर कोई फैसला करेंगे।
विदेशी कंपनियों की वैक्सीन का इंतजार
लोकल सर्किल के ताजा सर्वे में सामने आया है कि 94 करोड़ वयस्कों में से अभी 6.96 करोड़ व्यस्क अभी भी वैक्सीन लेने से बचते हुए दिखाई दे रहे हैं। इनमें अधिकांश लोग वैक्सीन के दुष्प्रभाव के डर टीका नहीं लगवा रहे हैं या उन्हें वैक्सीन सुरक्षित नहीं लग रही है। इसके अलावा अधिकांश लोग बीमारी और मेडिकल सलाह के चलते वैक्सीन नहीं ले रहे हैं। जबकि कुछ लोग अभी विदेशी कंपनियों की वैक्सीन का इंतजार कर रहे हैं।

सर्वे में यह भी सामने आया कि देश में बढ़ते ओमिक्रॉन वैरिएंट के प्रकोप के चलते 17 फीसदी लोग जल्द ही वैक्सीन की पहली डोज लेने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं 25 फीसदी लोग अभी भी इस इंतजार में है कि वैक्सीन ओमिक्रॉन वैरिएंट पर प्रभावी तौर पर काम करती भी है या नहीं। इसके बाद ही वे वैक्सीन लेने पर विचार करेंगे। ये ऐसे लोग हैं जिन्होंने अभी तक वैक्सीन की एक भी डोज नहीं ली है। जबकि 16 फीसदी लोगों का मानना है कि वैक्सीन सुरक्षित नहीं है इसलिए वे फिल्हाल वैक्सीन नहीं ले रहे हैं। 17 फीसदी लोग अभी वैक्सीन लेना उचित नहीं समझते। जबकि 25 फीसदी लोगों ने वैक्सीन लेनी है या नहीं इसे लेकर कोई मन नहीं बनाया है।
आधार कार्ड में दिए नंबर से करें संपर्क
लोकल सर्किल के फाउंडर चेयरमैन सचिन तापड़िया ने अमर उजाला से कहा, केंद्र सरकार को आधार कार्ड में दिए लोगों के मोबाइल नंबर के जरिए लोगों तक पहुंचना चाहिए। सरकार लोगों को एसएमएस कर पूछे कि उन्होंने कोविड 19 की वैक्सीन ली है या नहीं। अगर कोई नहीं में जवाब देता है तो सरकार को ऐसे लोगों के पास जाकर तुरंत उसका टीकाकरण करना चाहिए। इससे सरकार का भी समय बचेगा और जो लोग टीका लगवाना चाहते हैं उन्हें आसानी से वैक्सीन भी लग सकेगी।

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