उत्तराखण्ड

जंगल से गांव में खाने की तलाश में पहुंचे टस्कर हाथी की हाईटेंशन लाइन के संपर्क में आने से हुई दर्दनाक मौत….. मौके पर पहुंचे वन एवं विद्युत विभाग के अधिकारियों के समक्ष ग्रामीणों ने जताया आक्रोश…… देखें वीडियो

लालकुआं। निकटवर्ती क्षेत्र मोटाहल्दू के सूफी भगवानपुर गांव में करंट लगने से एक और टस्कर हाथी की मौत हो गई। हाथी की मौत की सूचना से वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
सोमवार की रात को तराई केंद्रीय वन प्रभाग के हल्द्वानी रेंज के जंगल से हाथियों के झुंड से दो हाथी बरेली रोड के मोटाहल्दू के ग्राम सूफी भगवानपुर में पहुंचे। जिनमें से एक हाथी की गन्ने के खेत के ऊपर से गुजर रही हाई टेंशन विद्युत लाइन के संपर्क में आने से दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दूसरा हाथी जंगल को लौट गया। हाथी के हाई टेंशन लाइन की के संपर्क में आते ही तारों में जोरदार आग लग गई तथा हाथी भी मौके पर ही काल का ग्रास बन गया, प्रातः भारी संख्या में मौके पर एकत्रित ग्रामीण घटना का वीडियो बनाने में जुट गए, तथा विभागीय अधिकारियों से पदमपुर देवलिया निवासी समाजसेवी दिनेश चंद्र पांडे के नेतृत्व में ग्रामीणों ने जंगली जानवरों से निजात दिलाने की मांग की।

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मंगलवार की प्रातः ग्रामीणों द्वारा मामले की सूचना विभाग के अधिकारियों को दी, जिसके बाद एसडीओ शशि देव व वन क्षेत्राधिकारी उमेश आर्या के नेतृत्व में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। वन विभाग की टीम मामले की जांच में जुट गई है।
बता दे कि है गत 18 दिसंबर को तराई पूर्वी वन प्रभाग के टांडा रेंज के जंगल में रेलगाड़ी की चपेट में आने से एक हाथी का बच्चा घायल हो गया था, जिसका एक सप्ताह तक उसका उपचार किया गया, परंतु उसकी जान नहीं बच सकी। अब करंट लगने से दूसरे हाथी की मौत से वन विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। इधर क्षेत्र पंचायत सदस्य गरिमा पांडे ने बार-बार जंगली जानवरों के गांव में प्रवेश एवं फसलों के नुकसान पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए जंगल के किनारे खाई खोदने एवं सोलर फेंसिंग तार बाड़ लगाने की शासन प्रशासन से जोरदार मांग की है। उन्होंने कहा कि करंट लगने से अब तक दो हाथियों की बरेली रोड में मौत हो चुकी है परंतु शासन प्रशासन अब भी आंखें मूंदे बैठा है इस दौरान ग्रामीण प्रतिनिधियों की वन विभाग एवं विद्युत विभाग के अधिकारियों से नोकझोंक भी हुई।

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