टांडा रेंज के रेलवे प्रकरण में वन विभाग द्वारा की गई कार्रवाई को भाजयुमो ने गलत ठहराते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं को भेजा ज्ञापन
लालकुआं। रेलवे लाइन के इलेक्ट्रिफिकेशन कार्य के दौरान सैकड़ों हरे पेड़ों के कटान मामले में तराई केंद्रीय वन विभाग के डीएफओ द्वारा की गई कार्रवाई को गलत तरीके से की गई कार्रवाई ठहराते हुए भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने स्थानीय तहसील के माध्यम से मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं को ज्ञापन भेजकर न्याय पूर्ण कार्रवाई करने हेतु उच्च स्तरीय जांच कराने की जोरदार मांग की है।
भाजयुमो मंडल अध्यक्ष बॉबी संभल के नेतृत्व में स्थानीय तहसील पहुंचे युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने कहा कि काशीपुर रेलवे लाइन के इलेक्ट्रिफिकेशन के दौरान टांडा रेंज के अंतर्गत 6 बीटों में सैकड़ों हरे वृक्षों का दोहन करते हुए उक्त इलेक्ट्रिक लाइन डाली गई, जिसके बाद तराई केंद्रीय वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी ने मामले में ऐसे तीन बीट प्रभारियों के खिलाफ कार्रवाई की, जिनके क्षेत्र में बहुत ही कम नुकसान हुआ था, जबकि यहां ऐसे बीट प्रभारी भी थे जिनके क्षेत्र में भारी कटान हुआ है, परंतु वह आज भी अपने पद पर बने हुए हैं। युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि जिन वन कर्मियों की तैनाती टांडा रेंज के इस क्षेत्र में की गई है उनमें अधिकांश विवादित एवं जांच के दायरे में हैं। युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा संजय वन क्षेत्र के जीर्णोद्धार के लिए करोड़ों रुपए देने का ऐलान किया है, उक्त रकम को खपाने के लिए अपने चहेते वन कर्मियों की इस क्षेत्र में तैनाती की गई है जिसका भाजयुमो भारी विरोध करेगा। उन्होंने मुख्य वन संरक्षक से मांग की कि तत्काल मामले का संज्ञान लेते हुए वह आवश्यक कार्रवाई करें, तथा मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। ज्ञापन देने वालों में युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष बॉबी संभल, सभासद योगेश उपाध्याय, दीपू नयाल सहित कई कार्यकर्ता शामिल थे। ज्ञापन की प्रति नायब तहसीलदार राजीव कुमार वर्मा और रजिस्ट्रार कानूनगो मोहित बोरा को सौंपी गयी।
फोटो परिचय- रेलवे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं को ज्ञापन भेजते भाजयुमो कार्यकर्ता