उत्तराखण्ड

प्रशासन ने गौला नदी में खनन शुरू करने के लिए स्टोन क्रेशरों और खनन व्यवसायियों से की वार्ता…….. पढ़ें यह महत्वपूर्ण बात आई सामने………

गौला खनन को लेकर जिला प्रशासन की मौजूदगी में स्टोन क्रेशर और खनन व्यवसायियों ने अपने-अपने रेट किए तय

लालकुआं। गौला नदी में खनन निकासी शुरू करने को लेकर जिला प्रशासन ने स्टोन क्रेशर संचालकों एवं खनन व्यवसायियों की अलग-अलग वार्ता की, जिसमें खनन व्यवसायियों एवं स्टोन क्रेशर संचालकों ने अपने-अपने रेट जिला प्रशासन को दिए।
गौला नदी से खनन शुरू करने को लेकर पिछले लंबे समय से खनन व्यवसाई आंदोलनरत हैं, बुधवार को जिला प्रशासन ने पहले स्टोन क्रेशर संचालकों से वार्ता कर उनसे रेट मांगे, जिसमें क्रेशर संचालकों ने गौला नदी के किनारे वाले क्रेशरों के 27 रुपये निर्धारित कर दिए, सड़क के दूसरी तरफ के क्रेशरों में 29 रुपये और रामपुर रोड क्षेत्र के स्टोन क्रेशरों के 32 रुपये रेट निर्धारित किए। कुमाऊं स्टोन क्रेशर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश अग्रवाल और महामंत्री सुनील तलवार ने रेटों की पुष्टि की। वहीं उक्त पदाधिकारियों का कहना है कि कुछ लोग सरकार द्वारा ओवरलोड खोले जाने अफवाह फैला रहे है, परंतु सरकार की मंशा ओवरलोड वाहन का अगले दिन का प्रतिबंध खत्म करना था।
इधर देर शाम क्षेत्र के गौला नदी से जुड़े खनन व्यवसायियों की बैठक जिलाधिकारी कैंप कार्यालय में अपर जिलाधिकारी अशोक जोशी की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें खनन व्यवसायियों से उनके रेट पूछे गए तो उन्होंने 35 से 40 रुपये के बीच रेट निर्धारित करने की सहमति व्यक्त की। इसके बाद अगली बैठक में दोनों पक्षों को साथ बिठा कर वार्ता कराई जाएगी।
वार्ता के दौरान उपनिदेशक खनन राजपाल लेघा, उप जिलाधिकारी मनीष कुमार सिंह, खनन व्यवसाय रमेश जोशी, इंदर सिंह बिष्ट जीवन कबडवाल, भगवान धामी और जीवन सिंह बोरा सहित कई खनन व्यवसाई शामिल थे।
फोटो परिचय- जिला प्रशासन द्वारा खनन व्यवसायियों से की जा रही वार्ता का दृश्य

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