उत्तराखण्ड

कैंची धाम का वार्षिकोत्सव हुआ ऐतिहासिक………. इतने लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन…………… यह रहेगा कल का ट्रैफिक प्लान……….. देखें विहंगम वीडियो………. .

कैची। विश्व प्रसिद्ध बाबा नीब करौरी महाराज के कैंची धाम में स्थापना दिवस पर शनिवार को आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। धाम में प्रातः से ही भक्तों की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई। यह सिलसिला देर रात तक जारी रहा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि सायं छह बजे तक ढाई से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन कर लिए थे। धाम में पहुंचे श्रद्धालुओं ने लाइन में लगकर धाम में मत्था टेका और आर्शीवाद लेकर प्रसाद ग्रहण किया। इस बीच सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहे। पुलिस कप्तान श्री मीणा ने खुद सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाली।


कैंची धाम मंदिर समिति ने सुबह 5 बजे बाबा नीब करौरी को मालपुओं का भोग लगाया और कैंची मंदिर के द्वार खोल दिए गए। इस बीच दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का तांता लग गया। इसके बाद सुबह छह बजे से मालपुओं का प्रसाद बांटा गया। कैंची धाम में दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी कतारें लगी रही। इससे पहले शुक्रवार की शाम को देश के कोने-कोने से पहुंचे 20 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने रात भर हनुमान चालीसा का पाठ किया। बाबा के जयकारों से कैंची धाम गूंज उठा। श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देख पुलिस-प्रशासन की टीम भीड़ को व्यवस्थित करने में जुटा रहा। श्रद्धालुओं को भवाली मंदिर तक शटल सेवा के माध्यम से लाने ले जाने का काम किया गया।कैंची धाम में व्यवस्थाएं बनाने के लिए अधिकारी डेरा जमाए रहे। एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाले रहे। वह अधीनस्थ अधिकारियों के साथ मेला क्षेत्र का भ्रमण करते रहे। कैंची धाम मेले की सुरक्षा के लिए मंदिर परिसर और उसके आसपास सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। शनिवार देर शाम तक श्रद्धालुओं का यहां पहुंचने का क्रम जारी रहा। यहां रात 9 बजे तक भक्तों ने मंदिर में बाबा के दर्शन किए। व्यवस्था बनाने और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए इस बार कैंची धाम मेला परिसर में पुलिस-प्रशासन ने पहले से ही तैयारियां पूरी कर लीं। इसके लिए कैंची धाम व आस-पास के क्षेत्रों में पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों को व्यवस्था संभालने का जिम्मा सौंपा गया।

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कैंची धाम परिसर में रील और वीडियोग्राफी पर पूर्णतया प्रतिबंध रहा। कैंची महोत्सव के लिए स्वास्थ्य सुविधा, बिजली- पानी, यातायात, शटल सेवा आदि इंतजाम भी रहे। कैंची धाम से भवाली के मध्य फड़ खोखा संचालन, कैंची धाम से भवाली के मध्य में मार्ग- किनारे विभिन्न संगठनों, व्यक्तियों द्वारा निःशुल्क खाद्य एवम् पेय पदार्थों के वितरण पर पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहा। भवाली और गरमपानी में पार्किंग के लिए 14 स्थल बनाए गए। इसके अलावा कैंची धाम में भीड़ उमड़ने के मद्देनजर यातायात व्यवस्था सुचारू रखने के लिए पुलिस-प्रशासन ने मेला स्थल के साथ ही भवाली, नैनीताल और हल्द्वानी शहर में भी डायवर्जन प्लान लागू किया। यह डायवर्जन रविवार 16 जून तक प्रभावी रहेगा।

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