उत्तराखण्ड

लंबे समय से लालकुआं में कारोबार कर रहा व्यवसायी परिवार नगर वासियों के लाखों रुपए लेकर हुआ रफूचक्कर…………… जालसाज परिवार की तलाश में उधार देने वाले परेशान……………

लालकुआं। नगर में लंबे समय से जलसाजो का गिरोह सक्रिय है, यहां रेलवे स्टेशन के सामने ठेला लगाकर ब्यवसाय करने वाले दंपति ने लोगों को अपने झांसे में लेकर लाखों रुपए की धोखाधड़ी की ओर फरार हो गए। धोखाधड़ी के शिकार लोगों के पास हाथ मलने अलावा कुछ भी नहीं बचा है, फिलहाल मामला अभी पुलिस तक नहीं पहुंचा है।
बताया जा रहा है कि ठेले वाले दंपति ने करीब 10 से 15 लाख रुपए का एक दर्जन से अधिक लोगों को चूना लगाया और फरार हो गए,धोखाधड़ी के शिकार लोगों के मुताबिक लालकुआं रेलवे स्टेशन परिसर के ठीक सामने ठेला लगाने वाले दंपति मूल रूप से यूपी के रहने वाले थे, तथा लालकुआं वार्ड नंबर 6 में किराए में रहते थे, दंपति का आसपास के लोगों के साथ अच्छा संपर्क हो गया था, जिसके बाद दंपति ने करीब एक दर्जन से अधिक लोगों से ब्याज पर पैसे लिये. लोगों ने ब्याज के लालच में आकर मोटी रकम भी दे दी.यहां तक कि दंपति ने हल्द्वानी मंडी से फल सब्जी का काम भी शुरू कर दिया था, बताया जा रहा हैं कि दंपति ने फल सब्जी कारोबारियो से करीब 3 लाख से अधिक का उधार भी लिया था, दंपत्ति लोगों को अपने झांसे में लेकर 10 से 15 लाख रुपए का चूना लगाकर रातों-रात फरार हो गये।
कई दिनों तक ठेला नहीं खुलने के बाद लोग जब तलाश करते हुए ब्यवसाई के कमरे में पहुंचे तो पता चला कि दंपति लोगों का पैसा लेकर रातों-रात फरार हो गया है. दंपति को पैसा ब्याज पर देने के किसी के पास कोई लिखित कागजात नहीं है, जिसके चलते अब लोग पुलिस के पास भी नहीं जा रहे हैं. दंपति द्वारा लोगों के साथ धोखाधड़ी कर फरार होने का चर्चा पूरे शहर में चल रही है।
पुलिस का कहना है कि अभी तक उनके पास किसी तरह का कोई लिखित शिकायत नहीं आयी है, लिखित शिकायत प्राप्त होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. बताया जा रहा है कि धोखाधड़ी के शिकार हुए कई लोगों ने दंपति के ठेले में अपना ताला भी लगा दिया है. लोगों के मुताबिक धोखाधड़ी करने वाला दंपति अपना आधार कार्ड सहित अन्य कागजात भी लोगों को थमा गया है। उक्त दंपति को ब्याज पर पैसा देने वालों में नगर के कई गणमान्य लोग भी शामिल हैं, जो कि अब पैसा देने की बात से कतराने लगे हैं, परंतु गुपचुप तरीके से उक्त दंपति की तलाश में लगे हुए हैं।

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