लालकुआं। गौला नदी से खनन निकासी खुलने में अभी कुछ वक्त और लग सकता है, परंतु इससे पूर्व ही खनन व्यवसाय से जुड़े गाड़ी मालिक तमाम मांगों को लेकर आंदोलन की राह में चल पड़े हैं, गत दिवस मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट करने के बाद अब गौला खनन मजदूर उत्थान समिति की बैठक में 15 साल पुराने वाहनों के फिटनेस फीस में पूर्व की भांति छूट प्रदान नहीं की गई तो बृहद स्तर पर आंदोलन करने का निर्णय लिया गया।
आज मोटाहल्दू शिव मंदिर में गौला खनन मजदूर उत्थान समिति के पदाधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें समिति के तमाम पदाधिकारी एवं गेट अध्यक्ष मौजूद थे, समिति अध्यक्ष रमेश जोशी ने कहा इस बार समिति गौला नदी को समय से खुलवाना चाहती है, लेकिन 15 साल पुराने वाहन जो गौला एवं नंन्धौर नदी में उप खनिज ढोते हैं उनकी फिटनेस फीस में 10 गुना वृद्धि हो गई है, जिसको लेकर पूर्व में उत्तराखंड सरकार ने विगत 2 वर्षों से छूट प्रदान की है इस बार भी हजारों वाहन स्वामी छूट चाहते हैं। कई बार अधिकारियों एवं मुख्यमंत्री तक के दरवाजे खटखटा दिए, लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आए हैं। महामंत्री जीवन कबडवाल और रमेश काण्डपाल ने कहा कि यदि उनकी मांग पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो अब सरकार के साथ आर पार की लड़ाई होगी। बैठक में इंद्र नयाल, पंकज दानू, भगवान सिंह धामी, जीवन बोरा, सुरेश जोशी, गणेश बिरखानी, मदन उपाध्याय, सुरेश भट्ट, गोकुल कांडपाल, दिलीप सिंह गढ़िया, राजू मेहता, राजू चौबे, पूरन पाठक, रविंद्र जग्गी सहित कई वाहन स्वामी मौजूद थे।
फोटो परिचय- फिटनेस शुल्क कम करने की मांग को लेकर नारेबाजी करते खनन व्यवसाई





