उत्तराखण्ड

लालकुआं सीट में कांग्रेस और भाजपा के प्रबल दावेदार अपने टिकट को लेकर आशान्वित होने के साथ-साथ पशोपेश में भी… दोनों दलों से कुछ कर रहे निर्दलीय की तैयारी

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए लालकुआं सीट से भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी दोनों ने ही अभी तक पहली लिस्ट में अपने प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं। जिसके चलते विधानसभा क्षेत्र के 121000 मतदाता दोनों पार्टियों के प्रत्याशियों के बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं। साथ ही दोनों दलों से दावेदारी कर रहे आधा -आधा दर्जन से अधिक दावेदार भी बेचैन हो रहे हैं। कई दावेदार वर्तमान में दिल्ली और देहरादून में डेरा डाले हुए हैं, तो कई यहीं से दूरभाष पर अपने आकाओं के संपर्क में हैं। बताया जाता है कि सोमवार की शाम तक दोनों पार्टियां शेष बची सीटों पर अपने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर देगी। परंतु दोनों दलों के प्रमुख दावेदार अब भी अपना अपना टिकट पक्का मानकर चल रहे हैं, तथा दावेदारों के तेवर देखकर लगता है कि इस बार अधिक जोश खरोश के साथ जनसंपर्क एवं जनता के बीच जाकर समर्थन हासिल करने वाले दोनों दलों में से दावेदार टिकट न मिलने की दशा में अवश्य ही निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी जुट सकते हैं। जिसके चलते अनुमान लगाया जा रहा है कि इस चुनाव में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी से बगावत कर लालकुआं सीट से अवश्य ही कोई ना कोई दावेदार बतौर निर्दलीय ताल ठोकेगा। विदित रहे कि वर्ष 2012 में लालकुआं सीट से टिकट कटने के बाद हरीश चंद्र दुर्गापाल ने निर्दलीय चुनाव लड़ कर न केवल चुनाव जीता बल्कि वह कैबिनेट मंत्री भी बने थे, तथा 2017 के चुनाव में हरेंद्र बोरा ने निर्दलीय चुनाव लड़ा परंतु नहीं जीत पाए। और अब 2022 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनों दलों से बगावत कर कुछ प्रबल दावेदार निर्दलीय चुनाव मैदान में कूद सकते हैं। जिसके बाद इस विधानसभा के चुनाव परिणाम और अधिक रोमांचक हो सकते हैं।

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