उत्तराखण्ड

बिंदुखत्ता में जमीन के विवाद में पहुँचे अधिवक्ता और पुलिस के बीच हुआ विवाद थमता नजर नहीं आ रहा, वकीलों में आक्रोश, आज करेंगे एसएसपी से मुलाकात…. देखें वीडियो

लालकुआं। घोड़ानाला क्षेत्र में जमीनी विवाद को लेकर पुलिस और एडवोकेट के बीच हुई मारपीट के बाद कोतवाली पुलिस ने वकील सहित 1 दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर एडवोकेट को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान पुलिस मारपीट में वकील सहित कई ग्रामीण चोटिल हो गए। उक्त घटना के विरोध में भाकपा माले कार्यकर्ताओं एवं आधा दर्जन वकीलों ने कोतवाली में पहुंचकर पुलिस कार्रवाई पर भारी विरोध जताया।


प्राप्त जानकारी के अनुसार घोड़ानाला क्षेत्र में लंबे समय से चल रहा खेत में कब्जे को लेकर विवाद आज अचानक उस समय गहरा गया जब एक पक्ष उक्त खेत में बोई चरी को काटने के लिए ट्रैक्टर लेकर पहुंच गया, दोनों पक्ष आमने-सामने जैसे ही हुए वैसे ही मौके पर पहुंचे बिंदुखत्ता चौकी प्रभारी मनोज कुमार चौधरी के नेतृत्व में पुलिस बल दोनों पक्षों से बातचीत करने लगे। इसी बीच पूरे प्रकरण की वीडियोग्राफी कर रहे अधिवक्ता षष्टि दत्त जोशी की चौकी प्रभारी मनोज कुमार चौधरी से तीखी नोकझोंक हो गई। और देखते ही देखते मामला मारपीट तक पहुंच गया। इस बीच एडवोकेट षष्टि दत्त जोशी सहित कुछ ग्रामीण भी चोटिल हो गए। जिसके बाद पुलिस एडवोकेट षष्टि दत्त जोशी को लेकर कोतवाली लालकुआं पहुंची और षष्टि दत्त जोशी सुंदर सिंह घुड़दौड़ा, नितिन, विक्रम और सुंदर सहित 1 दर्जन से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 504, 506, 332 और 353 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर दिया। जिसके बाद माले नेता बहादुर सिंह जंगी के नेतृत्व में भारी संख्या में भाकपा माले कार्यकर्ता कोतवाली लालकुआं पहुंचे और उन्होंने पुलिस से उक्त एडवोकेट को छोड़ने की मांग की। परंतु कोतवाली पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी और कोतवाली से बाहर कर दिया। इसके बाद कोतवाली में आधा दर्जन से अधिक क्षेत्र के एडवोकेट पहुंचे और उन्होंने भी प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार से एडवोकेट षष्टि दत्त जोशी को छोड़ने की मांग की। परंतु प्रभारी निरीक्षक ने उन्हें छोड़ने से साफ इनकार कर दिया। इस दौरान एडवोकेट सस्टी दत्त जोशी के पुत्र मनोज जोशी ने कोतवाली में बिंदुखत्ता पुलिस चौकी प्रभारी मनोज कुमार चौधरी के खिलाफ तहरीर देते हुए कहा कि चौकी प्रभारी द्वारा किसी के खेत पर दूसरे व्यक्ति का जबरन कब्जा दिलवाया जा रहा था, जिसका अधिवक्ता ने विरोध किया, और मामला न्यायालय में लंबित रहने की बात कही, इस पर चौकी प्रभारी तैश में आ गए। उन्होंने एडवोकेट सस्टी दत्त जोशी की लाठी-डंडों से ताबड़तोड़ पिटाई कर दी और उनके मोबाइल भी छीन लिए।

यह भी पढ़ें 👉  बिंदुखत्ता निवासी एनएसजी कमांडो की दिल्ली में गोली लगने से हुई मौत………………. परिवार में मचा कोहराम……………. 19 नवंबर को होनी थी कमांडो की हल्द्वानी के बैंकट हॉल में शादी…………….. दोपहर बाद घर पहुंचेगा पार्थिव शरीर……………….

इधर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार का कहना है कि एडवोकेट ने ग्रामीणों के साथ मिलकर पुलिस पर हमला किया और मारपीट की, जिससे सरकारी कार्य में बाधा पहुंची है। उन्होंने कहा कि गुंडई किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। तथा आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
फिलहाल बिंदुखत्ता क्षेत्र में पुलिस और एडवोकेट के बीच हुए झगड़े का वीडियो सोशल मीडिया में जबरदस्त तरीके से चल रहा है, तथा उक्त मामले को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार भी गर्म है। उक्त मामले में एडवोकेट मन्नू तुलेरा का कहना है कि पुलिस द्वारा बेकसूर एडवोकेट के साथ की गई उक्त मारपीट की घटना की क्षेत्र के समस्त एडवोकेट कड़े शब्दों में निंदा करते हैं तथा पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ सोमवार की दोपहर को क्षेत्र के वकील वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट से भेंट करेंगे उसके बाद ही आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी। इधर वकीलों के दबाव के चलते देर रात पुलिस ने गिरफ्तार किए गए अधिवक्ता को 41 का नोटिस देकर रिहा कर दिया।

To Top