हल्द्वानी। जिला प्रशासन की सख्ती के बाद गौला व नंधौर में अब बस कुछ दिन और वाहनस्वामियों को मैनुअल निकासी के माध्यम से उपखनिज भरना पड़ेगा। वन निगम मंगलवार से इलेक्ट्रानिक कांटे लगाने का काम शुरू कर देगा। इस वजह से 16 और 17 जनवरी को नंधौर के सभी गेटों को बंद रखा जाएगा। 18 को तौलकांटों के जरिए वाहन नदी में प्रवेश करेंगे। में अब बस कुछ दिन और वाहनस्वामियों को मैनुअल निकासी के माध्यम से उपखनिज भरना पड़ेगा। वन निगम मंगलवार से इलेक्ट्रानिक कांटे लगाने का काम शुरू कर देगा। इस वजह से 16 और 17 जनवरी को नंधौर के सभी गेटों को बंद रखा जाएगा। 18 को तौलकांटों के जरिए वाहन नदी में प्रवेश करेंगे।
वन निगम ने पिछले साल तौलकांटों को लेकर टेंडर कराया था, लेकिन नई शर्तें जोड़ने की वजह से मामला विवादों में पड़ गया, जिसके बाद हाई कोर्ट के आदेश पर प्रक्रिया निरस्त कर दी गई। वहीं, पिछले दिनों दोबारा टेंडर कराकर वन निगम ने नए ठेकेदार का चयन कर लिया। अब दोनों नदियों में कांटे लगने का काम शुरू होगा। डीएलएम धीरेश बिष्ट ने बताया कि शीशमहल से गोरापड़ाव तक 16 और 17 को गेट बंद कर कांटे लगाए जाएंगे। 18 को यहां इलेक्ट्रानिक कांटों पर गाड़ियों का वजन तौला जाएगा। इसके बाद मोटाहल्दू से शांतिपुरी के बीच में स्थित गेटों पर 18 और 19 को निकासी बंद कर काम शुरू होगा। इन क्षेत्रों में 20 जनवरी से पहले की तरह वाहन तौलकर बाहर निकलेंगे। वहीं, जिन गेटों पर सोमवार को बाहन नहीं पहुंचे थे, वहां खुदाई शुरू भी हो गई।।
गौला में पहली बार गाड़ियों की संख्या हजार पार
गौला में सोमवार को पहली बार निकासी को पहुंची गाड़ियों की संख्या एक हजार पार हो गई।
1150 वाहनों ने उपखनिज निकाला। तौलकांटे लगने के बाद यह संख्या तेजी से बढ़ेगी। नदी में कुल 7500 वाहन पंजीकृत हैं।