उत्तराखण्ड

हल्द्वानी की रामलीला में परशुराम का अभिनय कर रहे बेटे की वीडियो बना रहे पिता को सैकड़ो लोगों के बीच गोलियों से भूना………………. पुलिस ने की यह कार्रवाई………..……..

हल्द्वानी। यहां आयोजित श्री रामलीला मंचन में धनुष यज्ञ के दौरान लक्ष्मण परशुराम संवाद का दृश्य अपने मोबाइल पर कैद कर रहे अधिवक्ता उमेश नैनवाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई। अधिवक्ता उमेश का बेटा आदित्य परशुराम का अभिनय कर रहा था, वह 12वीं का छात्र है। उमेश के दो बेटा और एक बेटी है। उमेश पर जब गोली चलाई गई तो आदित्य मंचन कर ही रहा था। इस दुस्साहसिक घटना को अंजाम देने वाले दिनेश की योजना सिर्फ चचेरे भाई को गोली मारने तक पहले से तैयार नहीं थी, बल्कि भागने तक उसका पूरा प्लान तय था। बेटा आदित्य जब मंच पर परशुराम का मंचन कर रहा था, तभी पिता उमेश पर उनके तहेरे भाई दिनेश ने गोली चलाकर हत्या कर दी। दिनेश को पता था कि सोमवार को रामलीला के मंचन में उमेश बेटे के साथ आएंगे, इसलिए वह पूरे इंतजाम से पहुंचा था।
दिनेश की योजना सिर्फ चचेरे भाई को गोली मारने तक पहले से तैयार नहीं थी, बल्कि भागने तक उसका पूरा प्लान तय था। इसलिए वह इतनी भीड़ के बीच से भी आसानी से भाग गया। लोगों ने उसे गोली मारकर भागते हुए देखा, मगर रोकने या पकड़ने की किसी की हिम्मत नहीं हुई।
ग्राम पूरनपुर नैनवाल में उमेश और दिनेश नैनवाल की काफी जमीन है। पुलिस के अनुसार करीब डेढ़ साल से दोनों भाइयों के बीच 24 बीघा जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। बताया जा रहा है कि जिस जमीन पर विवाद चल रहा है, उसकी बाजारी कीमत इस समय कई करोड़ रुपये है। उमेश को एसडीएम कोर्ट में प्रैक्टिस करते हुए काफी समय हो गया था। जमीन के विवाद को लेकर एसडीएम कोर्ट में ही उनका केस चल रहा है। उमेश का एक छोटा भाई है, जिसकी कमलुवागांजा क्षेत्र में गिफ्ट शॉप है।
उमेश ने मुखानी थाने में करीब पांच महीने पहले पुलिस को तहरीर दी थी। उसमें उमेश ने कहा था कि उन्हें जान का खतरा है। कोई उनकी हत्या करा सकता है।
आरोपी दिनेश का कमलुवागांजा में एक पब्लिक स्कूल बताया जा रहा है। यह स्कूल 12 वीं तक का है। अब पुलिस यह जांच कर रही है कि आरोपी के पास लाइसेंसी हथियार है या नहीं।
गोली चलने के बाद रामलीला मंच के आसपास अफरा-तफरी मच गई। कुछ ही देर में पूरा ग्राउंड खाली हो गया। उधर आयोजकों ने रामलीला मंचन रोक दिया। क्षेत्र में पुलिसकर्मी भी तैनात कर दिए हैं। मंगलवार को फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम ने सबूत एकत्र किए।

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