राष्ट्रीय

ट्रेन की पटरी में फंसा बच्चे का पांव- बुआ ने अपनी जान देकर बचाया,

ट्रेन हादसे में भतीजे को बचाने के लिए बुआ ने ऐसा काम किया जिसे जानकर आपका ह्रदय द्रवित हो उठेगा. भतीजे के प्‍यार में बुआ ने अपनी जान दे दी लेकिन उसे बचा लिया.

ट्रेन हादसों में मरने वालों की खबरें अक्‍सर आती रहती हैं. इसमें कुछ खबरें ऐसी होती हैं जो बेहद इमोशनल कर देती हैं और लंबे समय तक जेहन में रहती हैं. उत्‍तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक ऐसी ही घटना हुई है जो रुला देने वाली है. इस ट्रेन हादसे में एक युवती ने अपनी जान देकर 3 साल के बच्‍चे की जान बचाई है, जो कि उसका भतीजा था.

बुआ के शरीर के हो गए 4 टुकड़े
यह हादसा बुआ-भतीजे के प्रेम की मिसाल है. मुरादाबाद में 3 साल का बच्‍चा रेलवे लाइन में फंस गया और उसी समय सामने से तेज रफ्तार में धड़धड़ाती हुई ट्रेन आ रही थी. 20 वर्षीय बुआ ने बच्‍चे को बचाने के लिए उसे ट्रेक से निकालने की कोशिश की लेकिन नाकाम रही इसी दौरान बच्चे को निकालने के चक्कर में बुआ अपना संतुलन खो बैठी और पटरियों के बीच आ गिरी जिसके ऊपर से ट्रेन गुजर गई और युवती के शरीर के 4 टुकड़े कर गई. हादसे में भले ही बुआ का शरीर टुकड़े-टुकड़े हो गया लेकिन उसके प्यारे भाई के बच्‍चे की जान बच गई.

सदमे में है परिवार
एनबीटी की रिपोर्ट के मुताबिक 20 साल की शशिबाला मुरादाबाद के कुंदरकी थाना क्षेत्र के हुसैनपुर गांव में रहती थी और एक शादी में शामिल होने के लिए अपने ननिहाल भैंसिया आई थी. शादी की एक रस्‍म के बाद जब सारे लोग लौट रहे थे तभी पुल पर रेलवे ट्रेक में 3 साल के बच्‍चे आरव का पैर फंस गया और सामने से ट्रेन आ गई. तब बच्‍चे को बचाने के लिए शशिकाल ने इतना खतरनाक फैसला लिया और अपनी जान देकर बच्‍चे की जान बचाई. हादसे के बाद से पूरा परिवार सदमे में है और शादी वाले घर में मातम का माहौल छा गया है. घटना में आरव को भी कुछ चोटें आईं हैं और उसका इलाज चल रहा है.

To Top