लालकुआं। तराई केंद्रीय वन प्रभाग के अन्तर्गत टांडा रेंज की टीम ने सुबह खैर की लकड़ी की तस्करी करने वाले पिकअप को जब्त किया है। पिकअप को वन विभाग की टीम ने लगभग 80 किलोमीटर दूर तक पीछाकर रामपुर मुरादाबाद के बोर्डर के पास रैक्कानगला गांव में तबोचने में सफलता हासिल की, पकड़े गए आरोपी की निशानदेही पर वन विभाग की टीम ने छापेमारी कर कुख्यात लकड़ी तस्कर गुरमीत सिंह के ढाबे से 23 गिल्टें खैर के बरामद किए, जिनकी कीमत लगभग 1 लाख रुपए बताई जा रही है। तस्करी का मुख्य सरगना सोनू कश्यप जोकि मौके से फरार हो गया। वन विभाग द्वारा फरार दोनों तस्करों की धरपकड़ के लिए दबिश दी जा रही है। वन विभाग की इस कार्रवाई से लकड़ी तस्करों में हड़कंप मचा हुआ है।
वन क्षेत्राधिकारी रूपनारायण गौतम ने बताया कि गत दिवस तड़के लगभग 3 बजे मुखबिर से सूचना मिली कि पीपलपढ़ाव के जंगल से खैर की लकड़ी काटकर उसे कुख्यात तस्कर गुरमीत सिंह के ढाबे में छुपा रखी थी, जिसको ले जाने की तैयारी चल रही है। सूचना पाकर तत्काल एक्शन में आई वन विभाग की टीम ने उक्त स्थान की घेराबंदी कर दी। जहाँ उन्हें पिकअप गाड़ी संख्या- यूपी 38एटी/4820 खड़ी दिखाई दी, वन विभाग की टीम को देख पिकअप स्वामी समीर खान निवासी सम्भल उत्तर प्रदेश ने पिकअप को रोकने की बजाय उसे तेजी से भगाना शुरू कर दिया, जिसपर वन विभाग की टीम ने उसका रामपुर मुरादाबाद बोर्डर के पास रैक्कानगला गांव तक पीछा किया इस दौरान समीर ने चलती पिकअप को गंदे पानी से भरे एक गहरे नालें में डाल दिया, और खुद कूद गया, इसके बाद वन विभाग की टीम ने कुछ दूर पीछा कर आरोपी को पकड़ लिया। तथा पिकअप को क्रेन मदद से बाहर निकालकर उसे टांडा रेंज कार्यालय में लाया गया। पूछताछ में समीर ने बताया कि खैर की लकड़ी गुरमीत सिंह के ढाबे में छुपाकर रखी है, जिसकी निशानदेही पर वन विभाग की टीम ने छापेमारी कर ढाबे से 23 गिल्टें खैर के बरामद किए। पकड़ीं गई लकड़ी की कीमत लगभग 1 लाख रुपए आंकी गई है।
वन क्षेत्राधिकारी रूपनारायण गौतम ने बताया कि पकड़े गए आरोपी ने पूछताछ में टीम को बताया कि उसके फरार साथी सोनू कश्यप पुत्र रूपकिशोर तथा गुरमीत सिंह निवासी गदरपुर इस तस्करी में शामिल हैं, उसने बताया कि इस तस्करी का मुख्य सरगना सोनू कश्यप है। जो जंगल से खैर की लकड़ी काटकर लाता है और कुक्की ढाबे में लकड़ी को छीलकर हरियाणा राज्य के सोनीपत स्थित एक फैक्ट्री में ले जाकर बेचता है। वन क्षेत्राधिकारी रूपनारायण गौतम ने बताया कि दोनों फरार सोनू कश्यप और गुरमीत सिंह पर कई मुकदमे दर्ज है। दोनों पूर्व में जेल जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि दोनों फरार तस्करों को पकड़ने के वन विभाग द्वारा दबिश दी जा रही है।
वन विभाग ने मामले में मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है। बरामद लकड़ी पीपलपढ़ाव वन क्षेत्र की बताई जा रही है। वन विभाग की टीम में वन क्षेत्राधिकारी रूपनारायण गौतम, वन दरोगा अशोक गौतम, पान सिंह मेहता, वन आरक्षी कामेश फुलेरा, एनके. कुशवाहा, रूस्तम सिंह राणा, अंकित कुमार सहित कई वनकर्मी मौजूद थे।
फोटो परिचय- वन विभाग द्वारा अवैध लकड़ी तस्करी में पकड़ी गई पिकअप एवं गश्ती दल के सदस्य
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लालकुआं। तराई केंद्रीय वन प्रभाग के अन्तर्गत टांडा रेंज की टीम ने सुबह खैर की लकड़ी की तस्करी करने वाले पिकअप को जब्त किया है। पिकअप को वन विभाग की टीम ने लगभग 80 किलोमीटर दूर तक पीछाकर रामपुर मुरादाबाद के बोर्डर के पास रैक्कानगला गांव में तबोचने में सफलता हासिल की, पकड़े गए आरोपी की निशानदेही पर वन विभाग की टीम ने छापेमारी कर कुख्यात लकड़ी तस्कर गुरमीत सिंह के ढाबे से 23 गिल्टें खैर के बरामद किए, जिनकी कीमत लगभग 1 लाख रुपए बताई जा रही है। तस्करी का मुख्य सरगना सोनू कश्यप जोकि मौके से फरार हो गया। वन विभाग द्वारा फरार दोनों तस्करों की धरपकड़ के लिए दबिश दी जा रही है। वन विभाग की इस कार्रवाई से लकड़ी तस्करों में हड़कंप मचा हुआ है।
वन क्षेत्राधिकारी रूपनारायण गौतम ने बताया कि गत दिवस तड़के लगभग 3 बजे मुखबिर से सूचना मिली कि पीपलपढ़ाव के जंगल से खैर की लकड़ी काटकर उसे कुख्यात तस्कर गुरमीत सिंह के ढाबे में छुपा रखी थी, जिसको ले जाने की तैयारी चल रही है। सूचना पाकर तत्काल एक्शन में आई वन विभाग की टीम ने उक्त स्थान की घेराबंदी कर दी। जहाँ उन्हें पिकअप गाड़ी संख्या- यूपी 38एटी/4820 खड़ी दिखाई दी, वन विभाग की टीम को देख पिकअप स्वामी समीर खान निवासी सम्भल उत्तर प्रदेश ने पिकअप को रोकने की बजाय उसे तेजी से भगाना शुरू कर दिया, जिसपर वन विभाग की टीम ने उसका रामपुर मुरादाबाद बोर्डर के पास रैक्कानगला गांव तक पीछा किया इस दौरान समीर ने चलती पिकअप को गंदे पानी से भरे एक गहरे नालें में डाल दिया, और खुद कूद गया, इसके बाद वन विभाग की टीम ने कुछ दूर पीछा कर आरोपी को पकड़ लिया। तथा पिकअप को क्रेन मदद से बाहर निकालकर उसे टांडा रेंज कार्यालय में लाया गया। पूछताछ में समीर ने बताया कि खैर की लकड़ी गुरमीत सिंह के ढाबे में छुपाकर रखी है, जिसकी निशानदेही पर वन विभाग की टीम ने छापेमारी कर ढाबे से 23 गिल्टें खैर के बरामद किए। पकड़ीं गई लकड़ी की कीमत लगभग 1 लाख रुपए आंकी गई है।
वन क्षेत्राधिकारी रूपनारायण गौतम ने बताया कि पकड़े गए आरोपी ने पूछताछ में टीम को बताया कि उसके फरार साथी सोनू कश्यप पुत्र रूपकिशोर तथा गुरमीत सिंह निवासी गदरपुर इस तस्करी में शामिल हैं, उसने बताया कि इस तस्करी का मुख्य सरगना सोनू कश्यप है। जो जंगल से खैर की लकड़ी काटकर लाता है और कुक्की ढाबे में लकड़ी को छीलकर हरियाणा राज्य के सोनीपत स्थित एक फैक्ट्री में ले जाकर बेचता है। वन क्षेत्राधिकारी रूपनारायण गौतम ने बताया कि दोनों फरार सोनू कश्यप और गुरमीत सिंह पर कई मुकदमे दर्ज है। दोनों पूर्व में जेल जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि दोनों फरार तस्करों को पकड़ने के वन विभाग द्वारा दबिश दी जा रही है।
वन विभाग ने मामले में मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है। बरामद लकड़ी पीपलपढ़ाव वन क्षेत्र की बताई जा रही है। वन विभाग की टीम में वन क्षेत्राधिकारी रूपनारायण गौतम, वन दरोगा अशोक गौतम, पान सिंह मेहता, वन आरक्षी कामेश फुलेरा, एनके. कुशवाहा, रूस्तम सिंह राणा, अंकित कुमार सहित कई वनकर्मी मौजूद थे।
फोटो परिचय- वन विभाग द्वारा अवैध लकड़ी तस्करी में पकड़ी गई पिकअप एवं गश्ती दल के सदस्य
