गौला खनन संघर्ष समिति के बैनर तले लंबे समय से चल रहे आंदोलन को जहां एक तरफ समाप्त कर दिया गया। वहीं दूसरी तरफ भाड़े को लेकर वाहन स्वामियों और क्रेशर यूनियन में अभी भी असमंजस की स्थिति बरकरार है।
क्षेत्र के वाहन स्वामियों ने गौला खनन संघर्ष समिति के तत्वावधान में क्षेत्रीय ग्राम प्रधान तथा प्रतिनिधियों के साथ मिलकर हल्दूचौड़ सामुदायिक भवन प्रांगण में बैठक कर स्टोन क्रेशर संचालकों द्वारा हल्दूचौड़ गौला गेट में उप खनिज का भाड़ा तय ना किए जाने तथा स्टोन क्रेशर द्वारा वाहन स्वामियों का उत्पीड़न करने के चलते हल्दुचौड़ गेट बंद करने का निर्णय लिया।
बैठक में मौजूद हल्दुचौड़ गेट अध्यक्ष कैलाश भट्ट ने कहा कि सभी वाहन स्वामी एवं जनप्रतिनिधि मिलकर इस लड़ाई को लड़ेंगे तथा जब तक स्टोन क्रेशर संचालक उन्हें उचित भाड़ा नहीं दे देते तब तक वह गेट को बंद ही रखेंगे। अन्य गणमान्य लोगो ने उनकी बात का समर्थन करते हुए हल्दुचौड़ गेट को अनिश्चितकाल के लिए बंद करने का निर्णय लिया है। खनन व्यवसायियों ने कहा कि 33.50 रुपए का भाड़ा तय हो जाने के बावजूद तत्काल चस्पा करने की बात रखी। इस दौरान गौला खनन संघर्ष समिति के संयोजक रमेश चंद्र जोशी, ग्राम प्रधान संगठन की अध्यक्ष रुकमणी नेगी, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य भास्कर भट्ट, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य देवकी मोहन दुम्का, पूरन पांडे, पूरन पाठक, रविंद्र सिंह, सावन पथनी, नंदा बल्लभ नैनवाल, इंदर सिंह नयाल, पूरन पाठक, नवल उपाध्याय, रमेश कांडपाल, नवीन अंडोला, देवरामपुर गेट अध्यक्ष भगवान सिंह धामी, महेश जोशी, लक्ष्मी दत्त दुम्का सहित कई वाहन स्वामी मौजूद रहे।
स्टोन क्रेशरों पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए गौला खनन संघर्ष समिति ने समझौते के बावजूद शुरू किया यह सख्त आंदोलन…….……….. स्टोन क्रेशरों पर लगाएंगे बड़ी चपत…………
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