अर्जेंटीना निवासी जॉन मार्टिन पोरज्यो सात समंदर पार हल्दूचौड़ आकर चोपड़ा दंपत्ति से सीख रहे ध्रुपद गायन
लालकुआं। अर्जेंटीना निवासी एवं वहां प्रोफेसर के पद पर आसीन जान मार्टिन पोरज्यो सात समुंदर पार भारत के नैनीताल जनपद स्थित हल्दूचौड़ में आकर सुप्रसिद्ध ध्रुपद गायक चोपड़ा दंपत्ति से ध्रुपद गायन की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जॉन मार्टिन पोरज्यो अर्जेंटीना के निवासी है,ये वर्तमान में हल्दूचौड़ के ग्राम दीना डी-क्लास निवासी प्रसिद्ध ध्रुपद गायक प्रदीप चोपड़ा के घर से ध्रुपद गायन की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, जान मार्टिन पश्चिम के एक विशेष वाद्य यंत्र( बेस ) के प्रोफेशनल कलाकार रह चुके है, लेकिन बाद में इन्होंने म्यूज़िक करियर छोड़ दिया। परंतु भारतीय प्राचीन संगीत सामवेद से उत्पन्न विद्या” ध्रुपद “ मार्गी गान के नाम से भी जाना जाता है इन्हें पुनः नाद यात्रा में वापस ले आया। जॉन मार्टिन पोरज्यो इन दिनो हल्दूचौड़ ( नैनीताल ) में अपने गुरु गृह में रहकर ध्रुवपद का अध्ययनकर रहें हैं, विदित रहे कि उत्तराखंड की सुप्रसिद्ध ध्रुपद युगल डॉ आस्था चोपड़ा व पँ प्रदीप चोपड़ा जो देश की एकमात्र ध्रुपद युगल हैं, जॉन मार्टिन पोरज्यो इन्ही के शिष्य है। वह पिछले 3 वर्षों से ऑफ़लाइन / ऑनलाइन माध्यम से आस्था चोपड़ा और प्रदीप चोपड़ा से गुरु शिष्य परम्परा में ध्रुवपद गायन की शिक्षा प्राप्त कर रहे है। एक पखवाड़े पूर्व हल्दूचौड़ पहुंचे जॉन मार्टिन उत्तराखंड के सामाजिक जीवन एवं विभिन्न परंपराओं से अत्यंत प्रभावित हैं। वही चोपड़ा परिवार पूर्ण रूप से भारतीय संगीत परम्परा ध्रुपद के युगल प्रशिक्षक है, इनके अनुज हृदयेश चोपड़ा भी ध्रुवपद विधा के ताल वाद्य पखावज के साधक हैं।
आस्था प्रदीप चोपड़ा भारत की प्रसिद्ध “ डागर” ध्रुवपद परम्परा के साधक हैं, जो स्वामी हरिदास से चली आ रही है, और लगभग 500 वर्ष पुरानी ध्रुवपद गायन परम्परा है। आस्था चोपड़ा और प्रदीप चोपड़ा भोपाल के प्रसिद्ध ध्रुवपद साधक पद्मश्री गुंदेचा बंधुओं के शिष्य है।
फोटो परिचय- अर्जेंटीना निवासी जॉन मार्टिन पोरज्यो हल्दूचौड़ निवासी ध्रुपद गायिका आस्था चोपड़ा से ध्रुपद के गुरु सीखते हुए
फोटो परिचय- अर्जेंटीना से हल्दूचौड़ आकर अपने गुरु के घर में पारिवारिक सदस्यों के साथ जॉन मार्टिन