लालकुआं। स्टोन क्रेशर संचालकों द्वारा आरबीएम की खरीद नहीं करने के निर्णय के खिलाफ बरेली रोड क्षेत्र के खनन व्यवसायियों ने मोटाहल्दू में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित कर क्रेशर संचालकों के उक्त निर्णय की निंदा करते हुए आपसी सहमति से तय किया कि जो स्टोन क्रेशर आरबीएम की खरीद नहीं करेगा उसे रेता बजरी की बिक्री भी नहीं करने दी जाएगी।
खनन व्यवसाई क्रेशर के मुख्य द्वार पर टेंट लगाकर धरना प्रदर्शन करेंगे। बैठक के आयोजक ग्राम प्रधान रमेश चंद्र जोशी ने कहा कि क्रेशर संचालकों ने वाहन स्वामियों को अंधेरे में रखा, यदि उन्हें आरबीएम खरीदना ही नहीं था तो 10 दिन पूर्व खनन व्यवसायियों को विश्वास में लेकर उनसे वार्ता करते तो खनन व्यवसाई भी अपने वाहन सरेंडर कर देते, उन्हें बेवजह मई माह का टैक्स नहीं देना पड़ता। अब जब खनन व्यवसायियों ने मई माह का टैक्स जमा कर दिया है तो स्टोन क्रेशर संचालक 3 मई से आरबीएम की खरीद नहीं करने की बात कर रहे हैं। बैठक में मौजूद तमाम खनन व्यवसायियों ने क्रेशर संचालकों द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ने का संकल्प लिया। बैठक के पश्चात सभी खनन व्यवसाई एवं मोटर मालिक तमाम स्टोन क्रेशरों में पहुंचे जहां उन्होंने खनन व्यवसायियों की ओर से बनाए गए नोटिस स्टोन क्रेशर के नोटिस बोर्ड में चस्पा कर दिए। उसमें स्पष्ट रूप से चेतावनी दी गई है कि जो भी स्टोन क्रेशर आरबीएम की खरीद नहीं करेगा, उसे रेता बजरी की बिक्री भी नहीं करने दी जाएगी।
बैठक में गौला संघर्ष समिति के संयोजक रमेश चंद्र जोशी, सहकारी समिति के अध्यक्ष हेम चंद्र दुर्गापाल, जीवन बोरा, प्रवीण दानू, रमेश जोशी, संजय शर्मा ,घनश्याम फुलारा, गणेश बिरखानी, विजेंद्र कबडवाल, संतोष पाठक, चंद्रशेखर कांडपाल, शेखर जोशी, सुरेश जोशी, कमल बिष्ट, दीपू बचखेती, केवल पांडे, रमेश कांडपाल, नवीन पाठक, राजू चौबे, लक्ष्मण पांडे, सहित तमाम सैकड़ों वाहन स्वामी मौजूद थे।