उत्तराखण्ड

लालकुआं गेट के खनन व्यवसायियों ने समतलीकरण एवं स्टोन क्रेशरों की मनमानी के खिलाफ फूका आंदोलन का बिगुल….. पढ़ें इस तरह होगा वृहद स्तर पर आंदोलन शुरू

लालकुआं। गौला खनन संघर्ष समिति लालकुआं गेट की बैठक में 12 सदस्यीय कमेटी का गठन करते हुए सभी गेटों के खनन व्यवसायियों को एकजुट करके गौला निकासी गेट खोलने से पूर्व समतलीकरण के नाम पर रॉयल्टी तथा स्टोन क्रेशरों की मनमानी को लेकर वृहद स्तर पर आंदोलन करने की रणनीति तय की गयी।
यहां लालकुआं गेट के अंतर्गत खनन व्यवसायियों की बैठक में वक्ताओं ने कहा कि जहां एक ओर राज्य सरकार ने समतलीकरण एवं पट्टों में 7 रुपए प्रति कुंटल की रॉयल्टी निर्धारित की है। वही गौला नदी में खनन कार्य पर 32 रुपए रॉयल्टी के रूप में वसूले जा रहे हैं, जो कि किसी भी हालत में न्याय संगत नहीं है। खनन व्यवसायियों ने एकराय से कहा कि इस बार गौला निकासी गेट तभी खुलेंगे जब रॉयल्टी की दरें एक समान हो जाएंगी। उन्होंने 12 सदस्यीय कमेटी का गठन करते हुए तय किया कि यह सदस्य लालकुआं से हल्द्वानी एवं नंदौर तक खनन व्यवसायियों से वार्ता कर एक वृहद स्तर पर संघर्ष समिति का गठन करेंगे। जिसके बैनर तले व्यापक आंदोलन किया जाएगा। साथ ही स्टोन क्रेशरों द्वारा मनमाना रेट तय कर खनन व्यवसायियों का उत्पीड़न किया जा रहा है, उसे भी निर्धारित किया जाएगा। बैठक में खनन समिति के अध्यक्ष जीवन कबड़वाल, वीरेंद्र दानू, कमलेश मेहरा, गोकुल पपोला, पंकज दानू, हरीश जोशी, सुंदर सिंह, कमल भट्ट, राजेंद्र दानू, चंदन सिंह, चामू राणा, प्रकाश कोश्यारी, मनोज दानू, कैलाश मेहता सहित भारी संख्या में खनन व्यवसाई मौजूद थे।
फोटो परिचय- लालकुआं खनन निकासी गेट के खनन व्यवसायी बैठक में विचार-विमर्श करते हुए

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