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उत्तराखंड, पंजाब, गोवा, उत्तर प्रदेश, मणिपुर में विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित होने के साथ लागू हुई आदर्श आचार संहिता……… कहां किस तारीख को होंगे चुनाव पूरी जानकारी के लिए पढ़ें खबर

उत्तराखंड, पंजाब, गोवा, उत्तर प्रदेश, और मणिपुर में होने वाले विधानसभा चुनाव की तिथि घोषित कर दी गई है। कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए पांचों राज्यों की 690 विधानसभाओं में चुनाव होने हैं।

इस साल उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव होने हैं. इन पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की तारीखों का एलान ऐसे समय पर किया जा रहा है, जब देश में कोरोना अपना प्रचंड रूप दिखा रहा है. उत्तर प्रदेश में जहां 403 सीटों पर मतदान होगा. निर्वाचन आयोग के अनुसार पांचों राज्यों में 7 चरणों में चुनाव होंगे, उत्तर प्रदेश में पहले चरण का चुनाव 10 फरवरी को होगा, 14 फरवरी को उत्तर प्रदेश में द्वितीय चरण, 20 फरवरी को उत्तर प्रदेश में तीसरा चरण, 23 फरवरी को चौथा, 27 फरवरी को पांचवा चरण और 3 मार्च को छठा चरण और 7 मार्च को सातवें चरण के चुनाव उत्तर प्रदेश में संपन्न होंगे, गोवा, पंजाब और उत्तराखंड में 14 फरवरी को होगा मतदान, मणिपुर में 27 फरवरी और 3 मार्च को चुनाव होंगे 10 मार्च को पांचों राज्यों में मतगणना के बाद चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे।

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वहीं गोवा में 40 विधानसभा सीटों के लिए सभी पार्टियां जान झोंके हुए हैं. पंजाब में 117 सीटों पर विधानसभा चुनाव होंगे. उत्तराखंड में 70 विधानसभा सीट हैं. जबकि मणिपुर में 60 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव की तारीखों का ऐलान हुवा. इन तारीखों के ऐलान के साथ ही इन सभी राज्यों में चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है। निर्वाचन आयोग का स्पष्ट रूप से कहना है कि कोरोना के नियमों का पालन कराते हुए चुनाव कराए जाएंगे। चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि कोरोना की वजह से चुनाव प्रभावित हुए हैं ऐसे में हमारी ड्यूटी है कि कैसे चुनाव कराए जाएं। 18.34 करोड़ मतदाता इस चुनाव का हिस्सा बनेंगे। जिसमें 8.55 करोड़ महिला मतदाता शामिल है, पांचों राज्यों में 2लाख15 हजार से अधिक पोलिंग बूथ हैं। 80 वर्ष से अधिक उम्र के एवं विकलांग के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा पोस्टल बैलट की सुविधा प्रदान की गई है। हर विधानसभा में एक पोलिंग बूथ पूरी तरह महिलाओं द्वारा संचालित किया जाएगा। यह महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए बेहतर होगा। दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर की भी व्यवस्था की जाएगी। साथ ही कोविड- संक्रमित व्यक्तियों के लिए अलग से व्यवस्था की जाएगी। प्रत्येक बूथ में 1250 मतदाता वोट डाल सकेंगे। इस बार निर्वाचन आयोग ने चुनाव सीमा खर्च बढ़ाकर 40 लाख कर दी है। सारे राजनीतिक दलों के लिए सुविधा एप बनाया जा रहा है। सबसे महत्वपूर्ण बात बताई गई है कि जो भी मतदान के दौरान कोरोना पॉजिटिव होंगे चुनाव आयोग की टीम उसके घर जाकर वोट डलवाएगी। चुनाव आयोग का कहना है कि राजनीतिक दल वर्चुअल एवं डिजिटल तरीके से अपना व्यापक प्रचार प्रसार करें। इलेक्शन कमीशन ने 15 जनवरी तक रोड शो, पदयात्रा व तमाम तरीके की रैलियों पर रोक लगा दी है। तथा जीत के बाद जश्न की इजाजत भी नहीं दी गई है। डोर टू डोर कैंपेन के लिए मात्र 5 लोग प्रत्याशी के साथ चल सकते हैं। तथा रात 8 बजे बाद चुनाव प्रचार पर पूरी तरह रोक रहेगी।

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