गौला नदी में खनन व्यवसायियों द्वारा आरबीएम ना उठाने की ठान लेने के बाद कल से चल रहा आंदोलन अब और तेज होने की ओर अग्रसर है। आज प्रातः 10 बजे लालकुआं गौला निकासी गेट पर खनन व्यवसाई एकत्रित होकर अग्रिम रणनीति तय करेंगे। आंदोलन के लिए बनाई गई समिति के संरक्षक वीरेंद्र दानू ने बताया कि जब तक स्टोन क्रेशर संचालक उनकी मांगों को पूरा नहीं करते तब तक खनन व्यवसाई हड़ताल जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि वैसे भी स्टोन क्रेशरो द्वारा दिए जा रहे इस रेट में खनन व्यवसायियों को कुछ नहीं मिलने वाला। इससे बेहतर तो यही है कि वह अपने वाहन घरों में ही खड़ा कर दें। उन्होंने कहा कि 10 बजे लालकुआं गौला निकासी गेट के समक्ष समस्त खनन व्यवसाई एकत्रित होकर जनसभा करेंगे। जिसमें आंदोलन की अग्रिम रणनीति तय की जाएगी। इधर खनन व्यवसायियों ने राज्य सरकार से मांग की है कि अविलंब गौला नदी की रॉयल्टी के रेट खनन पट्टों के रेट के समकक्ष किए जाएं। अन्यथा खनन पट्टों के रेट भी गौला खनन रॉयल्टी के बराबर करें। यदि सरकार द्वारा इस प्रकार का दोहरा मापदंड जारी रखा तो खनन व्यवसाई सरकार के खिलाफ भी उग्र आंदोलन शुरू कर देंगे। इधर हल्दूचौड़ गेट के खनन व्यवसाई इंदर सिंह बिष्ट और मोटाहल्दू के ग्राम प्रधान रमेश चंद्र जोशी ने भी चेतावनी दी है कि यदि अभिलंब स्टोन क्रेशर संचालकों ने खनन व्यवसायियों का इस प्रकार उत्पीड़न जारी रखते हुए खनन वाहनों के भाड़े के रेट नहीं बढ़ाए तो वह स्टोन क्रेशरो से हो रही रेता बजरी की बिक्री रोकते हुए उग्र आंदोलन शुरू कर देंगे।
स्टोन क्रेशर से भाड़ा कम मिलने के चलते आंदोलनरत खनन व्यवसाई अब करेंगे आंदोलन तेज, रणनीति तय करने के लिए बैठक होगी कुछ देर बाद—- पढ़ें पूरी जानकारी
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