लालकुआं। असामाजिक तत्वों द्वारा गौला नदी के किनारे हिरन बाबा मंदिर से सटे जंगल में आग लगा देने के चलते वन विभाग में हड़कंप मच गया, आनन फानन में वन विभाग की टीम ने 2 घंटे की मशक्कत के बाद आग में काबू पाया, इस दौरान वन विभाग की तत्परता के चलते औषधीय नर्सरी, देवरामपुर गांव और दौलिया गांव के घर एवं पकी गेहूं की फसल आग की चपेट में आने से बच गयी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार लालकुआं गुप्तचर विभाग ने तराई पूर्वी वन प्रभाग के एसडीओ अनिल जोशी को सूचना दी कि हल्दूचौड़ हिरन बाबा मंदिर के सामने स्थित जंगल में अचानक तेज आग लग गई है, जिससे जंगल एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों को नुकसान हो सकता है, सूचना पर अमल करते हुए एसडीओ अनिल जोशी ने तत्काल गौला रेंज के वन क्षेत्राधिकारी चंदन सिंह अधिकारी को निर्देश दिए कि वन विभाग की अग्नि शमन टीम को लेकर तत्काल अग्नि कांड क्षेत्र बीट नंबर 12 में पहुंचे, जिसके बाद वन विभाग की लालकुआं और देवरामपुर की टीम तत्काल मौके पर पहुंची, क्षेत्रवासियों के सहयोग से आग बुझाने का काम शुरु हो गया, 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूर्ण रुप से काबू पाया जा सका, एसडीओ अनिल जोशी ने बताया कि जिस स्थान पर आग लगी उससे कुछ दूरी पर वन विभाग की औषधीय नर्सरी थी, जिसे नुकसान नहीं पहुंचा है। इधर ग्राम प्रधान हरीश बिरखानी ने बताया कि वन विभाग की तत्परता से दौलिया और देवरामपुर गांव की गेहूं की खड़ी फसल और कच्चे पक्के मकानों तक उक्त आग नहीं पहुंची। इधर रेंजर चंदन अधिकारी ने बताया कि उक्त क्षेत्र में नशेड़ियों का आवागमन लगा रहता है, संभावना है उन्ही लोगों द्वारा जंगल में आग लगाई गई होगी। उन्होंने बताया कि आग बुझाने वाली टीम में वन दरोगा दीप चंद्र आर्य, भुवन तिवारी, वनरक्षक नीरज रावत और हरीश नाथ गोस्वामी सहित कई वन कर्मी शामिल थे।
फोटो परिचय- जंगल में लगी आग को बुझाते वन कर्मी