हल्द्वानी। भाजपा पार्षद और कुछ युवकों के बीच मारपीट के मामले ने इस कदर तूल पकड़ लिया कि पार्षद को पुलिस हिरासत में रखने के मामले में विधायक बंशीधर भगत नाराज हो गए। वह समर्थकों संग कोतवाली के सामने अपनी ही अपनी सरकार की पुलिस के खिलाफ नैनीताल रोड पर धरने पर बैठ गए। एसएसपी से मौके पर आकर माफी मांगने की जिद पर अड़ गए।
शुक्रवार रात को पार्षद अमित बिष्ट व कुछ युवकों में मारपीट हो गई थी। दोनों की ओर से तहरीर सौंपी गई थी। पुलिस ने पार्षद व उसके भतीजे को हिरासत में रख लिया। इससे नाराज विधायक बंशीधर भगत कोतवाली पहुंच गए। जब उन्हें कोई नहीं मिला तो उनका गुस्सा और बढ़ गया और कोतवाली के सामने ही धरने पर बैठ गए। कार्यकर्ताओं को नारेबाजी से रोक – लिया लेकिन एसएसपी को मौके पर ही बुलाने की जिद पर अड़ गए। जबकि कोतवाल राजेश यादव और फिर सीओ सिटी नितिन लोहनी मनाने पहुंचे। निवर्तमान मेयर डा. जोगेंद्र रौतेला, पार्षद राजेंद्र अग्रवाल, पूर्व पार्षद धीरेंद्र रावत, भुवन जोशी, सचिन साह समेत
कुछ अन्य भाजपाई भी सड़क पर बैठ गए जबकि मेयर गजराज सिंह बिष्ट, प्रदीप बिष्ट आदि नेता भी समर्थन में खड़े रहे।
एसएसपी पीएन मीणा का कहना है कि एक मारपीट का मामला था। भगतजी थाना इंचार्ज से बातचीत करने आए थे। उनके बाहर रहने के कारण नाराज हो गए। इसके बाद मैंने उन्हें समझाया। अपने कक्ष में ले गया और संतुष्ट होकर चले गए।
वही बंशीधर भगत विधायक का कहना है कि कार्यकर्ताओं को सम्मान नहीं मिलने पर धरना देना ही पड़ेगा। अमित बिष्ट दो बार का पार्षद और मंडल उपाध्यक्ष है। पुलिस उसे शुक्रवार रात को उठाकर लाई। तीन बजे सत छोड़ा, जबकि रात 12 बजे ही कह दिया था। फिर उसके भतीजे को थाने में बैठा दिया। सुबह फिर नौ बजे फिर उसे उठा ले गए। पुलिस पांच गाड़ियों को लेकर गई, जैसे कि कोई मर्डर हुआ हो। थाना पहुंचा तो कोई भी जिम्मेदार अधिकारी नहीं मिला।
