पन्तनगर स्थित पंडित गोविंद बल्लभ पंत कृषि विश्वविद्यालय में आज सैकड़ों की संख्या में एकत्रित छात्र छात्राओं ने युनिवर्सिटी अस्पताल के आरोपी डांक्टर की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अस्पताल गेट के बाहर धरना प्रदर्शन किया। धरना दे रहे छात्र छात्राओं का आरोप था कि युनिवर्सिटी प्रशासन बीते सात दिनों से लगातार पीडित छात्रा को न्याय दिलाने के बजाय आरोपी डांक्टर को बचाने में लगी रही। इधर मामले को लेकर राज्यपाल के पंतनगर आने के ठीक पहले छात्र छात्राओं द्वारा धरने पर बैठने से युनिवर्सिटी प्रशासन व पुलिस प्रशासन में हडकंप मच गया।
महाविद्यालय स्तर पर गठित समिति इंटरनल कंप्लेंट्स कमिटी फॉर जेंडर सेन्सीटाइजेशन प्रिवेंशन एंड प्रोहिबिशन ऑफ सेक्सुअल हैरेसमेंट ऑफ विमेन एम्पलाइज एंड स्टूडेंट्स कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर आरोपी चिकित्साधिकारी को प्रथम दृष्ट्या दोषी पाया। जिसके बाद चिकित्साधिकारी को निलंबित कर दिया गया था।
पीड़ित छात्रा ने पंतनगर थाने में चिकित्साधिकारी पर दुष्कर्म और छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए तहरीर सौंपी थी। पीड़िता का कहना था कि 5 दिसंबर 2022 को उसकी हालत ठीक नहीं थी और बीपी लो था। साथ ही थायराइड बढ़ गया था और अपच की समस्या होने के कारण पेट में दर्द था।
थायराइड और पेट में दर्द होने की शिकायत बनी हुई थी. जिसके बाद आरोपी डॉक्टर ने उसे चेक अप के दौरान मुख्य कमरे के पास छोटे केबिन में चलने को कहा. आरोप है कि वहां पर उसके द्वारा छात्रा के साथ अश्लील हरकतें की गईं.
आरोपी डॉक्टर पर धमकाने का भी पीड़िता ने आरोप लगाया, जब छात्रा घबरा कर केबिन से बाहर आई, तो आरोपी डॉक्टर ने उसे धमकाते हुए घटना की शिकायत करने पर उसे बदनाम करने की धमकी भी दी.
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 376, 376(2) ड, 376(2) च, 354,506 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया।
आरोप है कि युनिवर्सिटी प्रशासन ने आरोपी डांक्टर पर उचित कारवाई करने के बजाए मामले को गुपचुप तरीके से रफादफा करने की नियत से आरोपी डांक्टर का बचाव करते हुए उसे कृषि विज्ञान केंद्र ज्यूलीकोट अटैच कर दिया, वही पीडित छात्रा की बार बार आरोपी को दंडित किए जाने की मांग के बाबजूद युनिवर्सिटी प्रशासन लगातार मामले को रफादफा करने में लगा हुआ था। जिससे अक्रोशित सैकड़ों छात्र छात्राओं ने आज प्रातः 9 बजे युनिवर्सिटी अस्पताल गेट के बाहर बड़ी संख्या में एकत्रित होकर अनिश्चितकालिन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया प्रर्दशनकारी छात्र छात्राओं को शांत करने के लिए युनिवर्सिटी प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने भरपूर प्रयास किए परन्तु आक्रोशित प्रदर्शनकारी आरोपी डांक्टर की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। जिसके बाद मौके पर पहुंचे एसएसपी उधम सिंह नगर मंजूनाथ टीसी ने छात्रों से वार्ता करते हुए बताया कि मुख्यआरोपी डॉक्टर को पुलिस ने टांडा बैरियर से हिरासत में ले लिया है तथा अग्रिम कारवाई जारी है। आरोपी डॉक्टर को हिरासत में लिए जाने की सूचना के बाद आक्रोशित स्टूडेंट्स ने अपना धरना समाप्त कर दिया। जिसके बाद पुलिस प्रशासन और विश्वविद्यालय प्रशासन ने राहत की सांस ली। इस घटना के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन के रवैया ने पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय की साख को भी ठेस पहुंचाई है।