लालकुआं। भारत सरकार एवं उत्तराखंड सरकार देश की सीमाओं तक हाईवे बनाने की दिशा में अग्रसर है, समतलीकरण नियम को समाप्त कर गौला नदी की रॉयल्टी कम करने, चोरगलिया से विभिन्न धार्मिक स्थल होते हुए चीन सीमा तक वैकल्पिक सड़क निर्माण कराने तथा आईएसबीटी निर्माण को लेकर क्षेत्रीय विधायक डॉ मोहन सिंह बिष्ट ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट करते हुए उन्हें विस्तार पूर्वक यथा स्थिति से अवगत कराया, तथा इस संबंध में उन्हें ज्ञापन भी सौंपा, मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाते हुए अविलंब सभी मांगों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया।
क्षेत्र की आधा दर्जन से अधिक ज्वलंत समस्याओं को लेकर देहरादून पहुंचे क्षेत्रीय विधायक डॉ मोहन सिंह बिष्ट ने समतलीकरण नियम को समाप्त करते हुए गौला नदी में खनन रॉयल्टी कम करने की कार्यवाही करने, गौलापार में अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल का निर्माण तुरंत शुरू करने और गौलापार क्षेत्र से विकास के लिए प्राधिकरण को हटाने को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से विस्तृत चर्चा की। विधायक ने कहा कि गौला नदी की रॉयल्टी अत्यधिक होने के चलते यह व्यवसाय बुरी तरह पिट गया है। इसको पुनः पटरी पर लाने के लिए समतलीकरण नियम को समाप्त करना जरूरी होगा। विधायक ने कहा कि बरसात के बाद गौला नदी का खनन सत्र प्रारंभ होना है, इससे पूर्व ही इस मामले में कार्रवाई करनी होगी। विधायक ने अंतर्राज्यीय बस अड्डे की स्थापना तथा गौलापार क्षेत्र में प्राधिकरण के चलते विकास कार्यों पर पढ़ रहे प्रतिकूल प्रभाव को देखते हुए गौलापार क्षेत्र से प्राधिकरण को हटाने की जोरदार मांग की।
इस दौरान क्षेत्रीय विधायक डॉ मोहन सिंह बिष्ट ने मुख्यमंत्री को बताया कि चोरगलिया से हरीश ताल होते हुए पिथौरागढ़ को जाने वाले वैकल्पिक मार्ग को विकसित करते हुए उसे बरेली और लखनऊ जोड़कर हाईवे बनाने का कार्य होना चाहिए। क्योंकि उक्त सड़क नंदौर वैली से होते हुए हरीश ताल से गुजरती है, तथा मां बाराही देवी और रीठा साहब को भी जोड़ती है। उन्होंने कहा कि उक्त मार्ग के बनने से चीन और पाकिस्तान की सीमा के लिए वैकल्पिक मार्ग तैयार हो जाएगा। और इस मार्ग में केवल 5 से 6 किलोमीटर सड़क को ही पक्का बनाना है। बाकी मार्ग बनकर तैयार है। मुख्यमंत्री ने सभी मांगों पर जल्द कार्रवाई करने का उन्हें आश्वासन दिया।
फोटो परिचय- क्षेत्र की विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपते लालकुआं के विधायक डॉ मोहन बिष्ट