लालकुआं। निकटवर्ती क्षेत्र बबूर गुमटी में टांडा के जंगल से हाईवे पारकर पहुंचे जंगली हाथियों ने कई किसानों की खड़ी फसल रौंद डाली, इस दौरान टस्कर ने एक ग्रामीण को रात में खूब देर दौड़ाया, जिसके बाद उक्त कृषक ने अपने मकान की छत में चढ़कर बमुश्किल जान बचाई।
बीती रात लगभग 11 बजे जंगली हाथियों का एक झुंड टांडा के जंगल से हाईवे पार करते हुए बबूर गुमटी गांव में घुस गया, हाथियों के झुंड ने रात्रि में कई कृषको के खेत में गेहूं एवं गन्ने की फसल रौंद डाली, इस दौरान बेतहाशा दौड़ रहे हाथियों के गांव में घुसने की भनक ग्रामीणों को लगी तो उन्होंने उठकर शोर मचाना शुरू किया, जिसके बाद भी जंगली हाथी इस खेत से उस खेत में दौड़ते भागते रहे। इसी दौरान बबूर गुमटी निवासी गोपाल भट्ट ने पटाखे फोड़ कर हाथियों को भगाने का प्रयास किया तो एक हाथी गोपाल के पीछे दौड़ पड़ा, जिसके बाद गोपाल ने अपने मकान की छत में जाकर जान बचाई। उक्त हाथी काफी देर तक गोपाल के खलिहान में खड़ा रहा, जब गांव के दर्जनों लोग एकत्रित होकर इधर-उधर से बम फोड़ने लगे तब जाकर रात को 3 बजे हाथियों का झुंड वापस लौटा, तथा ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। इस दौरान गोपाल भट्ट हरीश चंद्र भट्ट और उनके पड़ोसी देवी दत्त भट्ट का गन्ना तथा गेहूं की फसल को हाथियों ने पूरी तरह रौंद डाली, जिससे उन्हें भारी नुकसान पहुंचा है।
इधर गौला रेंज के वन क्षेत्राधिकारी चंदन सिंह अधिकारी का कहना है कि वन विभाग की टीम ने मौके का मुआयना कर लिया है, उन्होंने बताया कि गांव में सोलर फेंसिंग तार बाड़ लगाई गई है, परंतु ग्रामीणों द्वारा उसका ठीक प्रकार रखरखाव नहीं करने के चलते जंगली जानवर गांव में प्रवेश कर रहे हैं, जबकि आसपास के उन क्षेत्रों में जहां सोलर फेंसिंग तार बाढ़ ठीक-ठाक है वहां जंगली जानवर प्रवेश नहीं कर पा रहे हैं, और फसल सुरक्षित है।
फोटो परिचय- बबूर गुमटी गांव में जंगली हाथियों द्वारा नुकसान की गई फसलों का निरीक्षण करते वन विभाग के कर्मचारी