लालकुआं। गौला खनन संघर्ष समिति द्वारा रॉयल्टी समेत विभिन्न मांगों को लेकर किया जा रहा धरना 57 वें दिन भी जारी रहा, इस दौरान खनन व्यवसायियों ने स्टोन क्रेशर एसोसिएशन का पुतला दहन किया।
गौला खनन संघर्ष समिति के संयोजक रमेश जोशी ने कहा कि कुमाऊं स्टोन क्रेशर एसोसिएशन के लेटर हेड में गौला एवं नंदौर से ओवरलोड माल वाहनों में लाया जाए के संबंध में जो पत्र उन्होंने शासन को प्रेषित किया था, उसके आधार पर लक्ष्मण सिंह अपर सचिव उत्तराखंड शासन के पत्रांक संख्या- 107 में 30 जनवरी को यह आदेश पारित हुआ कि गौला एवं नंदौर में जो भी वाहन माल बाहर लाएंगे उनकी निकासी बंद नहीं होगी। पूर्व में विगत कई वर्षों से गौला से जो आरबीएम बाहर निकलता था वह 108 कुंटल से नीचे निकलता था, अगर 108 कुंटल से ऊपर हो जाए तो अगले दिन निकासी बंद हो जाती थी। लेकिन इस बार शासन ने निकासी बंद करने का प्रावधान तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया। जिससे आज राजपुरा और आंवला चौकी गेट पर गाड़ियों में ओवरलोड रेता आया, गौला खनन संघर्ष समिति के तले बुद्ध पार्क हल्द्वानी, इंदिरानगर गेट, लालकुआं गेट और धरना स्थल पर कुमाऊं स्टोन क्रेशर एसोसिएशन का पुतला फूंका गया। संयोजक रमेश चंद जोशी ने कहा यदि वजन पुनः 108 कुंटल नहीं हुआ तो खनन व्यवसाई शीघ्र ही स्टोन क्रेशरो से निकलने वाला ओवरलोड को भी बंद करेंगे। आज मोटाहल्दू में स्टोन क्रेशर एसोसिएशन के पुतले का दहन किया गया। इस दौरान धरना प्रदर्शन में में रमेश जोशी, जीवन कबडवाल, जीवन बोरा, सुरेश चंद जोशी, रमेश चंद्र कांडपाल, इंदर सिंह नयाल, कैप्टन इंद्र सिंह पनेरी, बसंत जोशी, मनोज बिष्ट, गोकुल भट्ट, मदन उपाध्याय, राजू चौबे, नवीन जोशी, अमित भट्ट, नवल जोशी, नंदा बल्लभ नैनवाल सहित भारी संख्या में वाहन स्वामी मौजूद थे।
इधर कुमाऊं स्टोन क्रेशर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने शासन को केवल यह सुझाव दिया था कि यदि किसी वाहन में 5 या 10 कुंटल खनन सामग्री अधिक भर जाती है तो वन विकास निगम उक्त वाहन की निकासी रोक देता है, जिस वजह से वह गाड़ी अगले दिन खनन सामग्री भरने से वंचित रह जाती है, इस बाध्यता को समाप्त कर दिया जाए। जिसे सरकार ने मान लिया, परंतु खनन व्यवसाई इस मामले को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत कर रहे हैं।
फोटो परिचय- स्टोन क्रेशर एसोसिएशन का पुतला दहन करते खनन व्यवसाई