उत्तराखण्ड

खनन व्यवसाईयों की दो टूक:- जमरानी खनन को लेकर रखी यह खतरनाक सर्त…………….. गौला नदी में इन कर्मचारियों को हटाने का दिया अल्टीमेटम…………..

लालकुआं। खनन व्यवसायियों ने परिवहन अधिकारी एवं वन निगम के अधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए जमरानी से ओवरलोड बंद करने और गौला नदी के धर्म कांटों के ऑपरेटरों को 15 दिन में स्थानांतरित करने समेत 7 सूत्रीय ज्ञापन सौंपे।
गौला खनन मजदूर उत्थान समिति द्वारा परिवहन अधिकारी को ओवरलोड के खिलाफ ज्ञापन दिया गया। जिसमें कहा गया है कि वर्तमान में जमरानी में जो पट्टे चल रहे हैं उनमें बहुत ज्यादा ओवरलोड आ रहा है, 60 कुंतल पास गाड़ी में दो-दो सौ कुंतल तक का वजन वाहन ढो रहे हैं। गौला खनन मजदूर उत्थान समिति द्वारा दिये गये तीन सूत्रीय मांग में कहा गया हैं कि कई वाहन दो जगह रजिस्ट्रेशन दिखा रहे हैं, उनका फिटनेस नहीं हो पा रहा है, बेरीपड़ाव फार्म में सप्ताह में तीन दिन वाहनों का फिटनेस सेंटर खोला जाये।

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इसके अलावा समिति के पदाधिकारियों ने प्रभागीय लौंगीग अधिकारी वन निगम को चार सूत्रीय मांगपत्र सौपा, जिसमें गौला में चल रहे वाहनों का वजन 108 कुंन्टल हो, उसके अतिरिक्त जो वजन आए उसमें 50 रुपये की पैनाल्टी ली जाए। वाहनों का वजन न्यायालय के आदेशानुसार तय किया जाए। कांटे का स्टाफ हर 15 दिन में बदला जाए। निगम के सॉफ्टवेयर में जो अवकाश निर्धारित किया गया है उसके अतिरिक्त अवकाश होने पर 108 कुंतल से अधिक वजन आने पर उन वाहनों की अगले कार्य दिवस निकासी बंद करने का प्रावधान मैन्युअल किया जाए। ज्ञापन देने वालों में अध्यक्ष रमेश चंद्र जोशी, जीवन कबडवाल, इन्द्र सिंह नयाल, रमेश चंद्र काण्डपाल, नवीन जोशी, महेश पांडे, लक्ष्मी दत्त पाण्डे आदि वाहन स्वामी मौजूद थे।
फोटो परिचय- परिवहन अधिकारी को ज्ञापन देते गोला खनन समिति के पदाधिकारी

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