लालकुआं। बिन्दुखत्ता के पटेलनगर की निवासी बेटी जो 44 हफ्तों के कठिन परिश्रम और कठोर प्रशिक्षण के बाद आज सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स यानी सीआरपीएफ का हिस्सा बन गयी।
कठोर संघर्ष के बल पर गांव से निकलकर मध्यप्रदेश के नीमच में सीआरपीएफ के 271 में पासिंग आउट परेड का हिस्सा बनी रेनू दानू अब गांव की लड़कियों के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं है। 19 जुलाई 2021 से 19 जून 2022 तक 1 साल कठोर ट्रेनिंग लेकर आज रेनू दानू 1313 जवानों के साथ सीआरपीएफ का हिस्सा बन गयी। मध्यप्रदेश के नीमच में सीआरपीएफ के कैंप में 918 बेटे और 395 बेटियों ने पासिंग आउट परेड में हिस्सा लिया। बिंदुखत्ता के पटेल नगर की रहने वाली रेनू दानू के पिता प्रताप सिंह केएमओयू की बस के चालक हैं। जबकि माता दीपा देवी ग्रहणी है। मध्यम परिवार से ताल्लुक रखने वाली रेनू दानू के बड़े भाई मनोज दानू एयरफोर्स में देश सेवा कर रहे है, जबकि छोटा भाई गोविंद दानू घर में रहकर मां का हाथ बटाने के साथ-साथ समाज सेवा भी करताहै। बिन्दुखत्ता की बेटी रेनू दानू की उपलब्धि पर परिजनों को गर्व की अनुभूति हो रही है, साथ ही गांव में भी खुशी की लहर है कि घर से सैकड़ों किलोमीटर दूर 44 हफ्ते की कठोर ट्रेनिंग के बाद गांव की बेटी आज देश सेवा के लिए तैयार है, लिहाजा लोग घर में बधाई देने आ रहे हैं।
फाइल फोटो -रेनू दानू
फोटो परिचय- रेनू दानू