लंबी नाराजगी कभी-कभी जानलेवा बन जाती है ऐसा ही मामला यहां राजकीय पशु चिकित्सालय कुंवरपुर गौलापार में तैनात चिकित्सक पर हमला करने के बाद फार्मेसिस्ट द्वारा जहरीले पदार्थ का सेवन कर आत्महत्या कर लेने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है, फार्मेसिस्ट की मौत के बाद उनके पुत्र ने महिला चिकित्सक पर अपने पिता के उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए तहरीर देकर मुकदमा पंजीकृत कराया है, वही महिला चिकित्सक ने भी पुलिस में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। इस पर भी पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर दिया है। इधर काठगोदाम थानाध्यक्ष प्रमोद पाठक ने बताया कि दोनों मामलों की गंभीरता पूर्वक जांच की जा रही है।
की पशु चिकित्साधिकारी डा. विनीता टोलिया जंगपांगी द्वारा पुलिस थाने में दी गई तहरीर में कहा है कि शनिवार की सुबह जब वे अपने कार्यालय में बैठी थीं तब उनके पशु चिकित्सालय के फार्मासिस्ट भुवन चंद्र पंत ने उनके उपर हमला करदिया। इसमें उनके सिर पर चोटें आई। चिकित्सकों को उनके सिर पर चार टांके लगाने पड़े। उन्होंने काठगोदाम पुलिस थाने में दी गई तहरीर में कहा है कि उनकी रिपोर्ट एससी,एसटी एक्ट के तहत दर्ज की जाए।
उधर मृतक फार्मासिस्ट भुवन चंद्र पंत के बेटे आरके टैंट हाउस गली के पार्वती विहार निवासी सौरव पंत द्वारा पुलिस को दी गई तहरीर में कहा है कि उसके पिता कुंवर पुर के पशुचिकित्सालय में फार्मासिस्ट के पद परकार्यरत थे। आज उनका आकस्मिक निधन हो गया। सौरव का आरोप है कि उसके पिता का पशु चिकित्साधिकारी डा. विनीता टोलिया जंगपांगी काफी समय से मानसिक उत्पीड़न कर रही थीं।
उनपर विभागीय कार्य के अलावा अन्य कार्य करने के लिए दवाब बनाया जाता था। उन्हें डराया धमकाया जा रहा था। इसी वजह से वे काफी समय से अवसाद में थे।पिता की मृत्यु से उनके तीन बच्चों के सिर से पिता कासाया उठ गया है। तीनों बच्चे पढ़ रहे हैं। पुलिस ने डा. विनीता टोलिया जंगपांगी और सौरव पंत की तहरीरों के आधार प मुकदमें दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है।
विदित रहे कि फार्मासिस्ट ने ट्रांसफर की बात को लेकर पशु चिकित्साधिकारी पर पहले जानलेवा हमला किया जिसके बाद फार्मासिस्ट ने स्वयं भी जहर खाकर अपनी जान दे दी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, जबकि पशु चिकित्साधिकारी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया।
गौलापार के कुवंरपुर स्थित पशु अस्पताल में फार्मासिस्ट भुवन चंद पंत ने अपने ही महिला पशु चिकित्सा अधिकारी विनीता टोलिया पर लकड़ी की फंटी से जानलेवा हमला कर दिया। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल लाया गया। इसी बीच भुवन पंत ने स्वयं जहर खाकर जान दे दी।
पशु चिकित्साधिकारी के पद पर तैनात विनीता टोलिया जंगपांगी कमलुवागांजा की रहने वाली है। पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि वह राजकीय पशु चिकित्सालय कुवंरपुर में पशु चिकित्सा अधिकारी है। अस्पताल में भुवन चंद पंत नाम का फार्मेसिस्ट है।
उनका कहना है कि फार्मासिस्ट कुछ काम नहीं करता है। इसके लिए उन्होंने कई बार उच्चाधिकारियों से पत्राचार किया। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। एक दिन पहले विभागीय अधिकारी ने भुवन को बुलाया और ट्रांसफर होने की जानकारी दी। इससे भुवन आक्रोशित हो गया।
बताया जा रहा है कि महिला डॉक्टर और फार्मासिस्ट में पिछले 2 सालों से विभागीय विवाद चल रहा था। जिसको लेकर कई बार विभाग में शिकायत भी दर्ज हुई थी।