उत्तराखण्ड

इस बार खनन व्यवसाईयों की मौज ही मौज:- जुलाई की बरसात में आ गया 22 लाख घनमीटर उपखनिज……..

हल्द्वानी। गौला और नंधौर में जुलाई महीने की बरसात तक 22 लाख घनमीटर उपखनिज पहुंच चुका है। अब मानसून सीजन खत्म हो चुका है। खनन सत्र शुरू होने के बाद केंद्रीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान की टीम दोबारा सर्वे को पहुंचेगी। इसके बाद निकासी को लेकर अंतिम लक्ष्य तय किया जाएगा। वन आरक्षित क्षेत्र से जुड़ी नदियों में खनन का काम भले वन निगम करता हो। लेकिन हर साल कितनी निकासी होगी। यह केंद्रीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान की टीम तय करती है। इसके लिए मानसून सीजन की शुरुआत और खत्म होने के बाद दो बार सर्वे करना पड़ता है। वन निगम के डीएलएम धीरेश बिष्ट ने बताया कि जुलाई में हुए सर्वे के आधार पर गौला में 20 लाख घनमीटर और नंधौर में दो लाख घनमीटर उपखनिज पाया गया है। अगस्त और सितंबर में भी पर्वतीय क्षेत्र में जमकर बरसात हुई है। यानी इन दो महीनों में भी गौला और नंधौर दोनों. नदियों में बड़ी मात्रा में उपखनिज पहुंचा है। ऐसे में अंतिम लक्ष्य 40 लाख घनमीटर से अधिक रहने की पूरी संभावना है।

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