देवभूमि उत्तराखंड को अय्याशी का अड्डा बनाने के लिए कई माफिया गिरोह सक्रिय है, ऐसा ही एक मामला रूद्रपुर के ट्रांजिट कैंप क्षेत्र में देखने को मिला है जहां में वाट्सएप के माध्यम से युवतियों की फोटो भेजकर आनलाइन देह व्यापार का धंधा कर रहे बांग्लादेशी महिला समेत तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
जानकारी देते हुए एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट प्रभारी बसंती आर्या के नेतृत्व में बुधवार शाम को होटल और स्पा सेंटरों की चेकिंग कर रही थी। सूचना मिली कि फुलसुंगा ट्रांजिट कैंप के सावित्री कालोनी में रीना देवी के मकान में कुछ लोग एस्कॉर्ट सर्विस और मसाज सेंटर के नाम पर वेबसाइड बनाकर मोबाइल नंबर के जरिए देह व्यापार का धंधा कर रहे हैं। साथ ही लोगों से पेटीएम, फोन पे, गूगल पे के माध्यम से पैसों का लेनदेन कर युवतियां मंगवाते हैं।
टीम मौके पर पहुंची तो एक युवक पुलिस को देख भागने लगा। पुलिस कर्मियों ने उसे दबोच लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम नगरिआ खुर्द कला पीलीभीत और हाल सावित्री कालोनी ट्रांजिट कैंप निवासी अनिल मलिक उर्फ श्याम पुत्र सुधीर मलिक बताया। इसके बाद जब टीम ने उसे साथ लेकर घर के अन्य कमरों की तलाशी ली तो दो युवतियां भी मिलीं।
पूछताछ में युवतियों ने अपना नाम ग्राम आबलपुर थाना व जिला मांगोरा बांग्लादेश और हाल नगरिआ खुर्द कला पीलीभीत और सावित्री कालोनी निवासी साथी खातून उर्फ साथी मलिक पत्नी अनिल मलिक तथा तुगलकाबाद साउथ दिल्ली और हाल सावित्री कालोनी फुलसुंगा निवासी बिष्टी राय बताया। पुलिस को आपत्तिजनक सामान के साथ ही सात मोबाइल फोन, एक बांग्लादेशी पासपोर्ट, दो भारतीय पासपोर्ट, तीन आधार कार्ड, तीन एटीएम, दो पेन कार्ड, एक पहचान पत्र, एक डीएल, एक आरसी, एक विजिटिंग कार्ड होल्डर एलबम, एक स्कूटी, एक कार व 28700 रुपये की नकदी के साथ ही बांग्लादेश के 1009 रुपये बरामद हुए।