महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि पहाड़ के पर्यावरण को शुद्ध रखने एवं पानी की मात्रा को पर्याप्त मात्रा में बनाए रखने के लिए बांज के संरक्षण एवं संवर्धन की अत्यधिक आवश्यकता है।
कोश्यारी यहां राजभवन में पहाड़ वार्ता से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में बांज के वृक्षों का कम होना पर्यावरण संरक्षण के लिए बेहद नुकसानदेह हो सकता है। उन्होंने कहा कि बांज के वृक्ष पहाड़ के अलौकिक सौंदर्य को निखारने में सहायक है। तथा भूमि में पानी की मात्रा को भी बढ़ाते हैं।
उन्होंने कहा कि बांज के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए सभी पहाड़ वासियों को सामूहिक जन जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए पॉलिथीन को पहाड़ में प्रवेश न करने दें।
पॉलिथीन पहाड़ के पर्यावरण के लिए बहुत ही हानिकारक है। इसलिए देवभूमि उत्तराखंड के लोगों को स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। सड़क के दोनों ओर स्वच्छता होने से देश विदेश से आने वाले पर्यटकों के मनो मस्तिष्क में देवभूमि में निवास करने वाले लोगों की छवि देव तुल्य हो जाती है।