उत्तराखण्ड

आज होगी खनन व्यवसायियों की जिलाधिकारी से वार्ता, लालकुआं गेट में पुनः आंदोलन शुरू, शांतिपुरी के स्टोन क्रेशरो में आज बोलेंगे खनन व्यवसाई धावा

जैसे-जैसे गौला खनन की निकासी बंद होने के दिन बढ़ते जा रहे हैं वैसे ही खनन व्यवसायियों में आक्रोश भी तेजी से पनपता जा रहा है। यहां मोटाहल्दु मैं खनन व्यवसायियों का धरना प्रदर्शन आज भी जारी है। ग्राम प्रधान रमेश जोशी का कहना है कि दोपहर 1 बजे खनन व्यवसायियों की जिलाधिकारी कैंप कार्यालय हल्द्वानी में जिलाधिकारी से वार्ता होगी उन्हें वार्ता के लिए आमंत्रित किया गया है। जबकि खनन व्यवसाईयों का धरना प्रदर्शन जारी है।
2 दिन तक गौला नदी से खनन निकासी का कार्य करने के बाद आज लालकुआं गेट के खनन व्यवसायियों ने भी काम बंद कर निकासी गेट के समक्ष दरी बिछाकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। खनन व्यवसायियों ने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी है कि जब तक राज्य सरकार रॉयल्टी की दरों को कम नहीं कर देती तथा स्टोन क्रेशर संचालक भाड़ा नहीं बढ़ा देते तब तक लालकुआं गेट के खनन व्यवसाई भी अपना कारोबार बंद कर हड़ताल का पूर्ण रुप से समर्थन करेंगे। उल्लेखनीय है कि लालकुआं गेट के खनन व्यवसायियों में से आधे लोगों ने 2 दिन तक गौला नदी से खनन की निकासी की थी, मोटाहल्दु में गत दिवस खनन व्यवसायियों की विशाल जनसभा में आंदोलन तेज करने के निर्णय के बाद लालकुआं गेट के खनन व्यवसायियों ने भी पुनः आंदोलन में उतरने का निर्णय ले लिया। और आज से उसमें अमलीजामा भी पहना दिया है। उधर शासन स्तर पर कई दिन से खनन रॉयल्टी कम करने को लेकर चर्चा चल रही है, परंतु अब तक सरकार ने खनन व्यवसायियों द्वारा लगाए गए आरोप कि भूमि समतलीकरण के नाम पर पट्टो की रॉयल्टी अत्यंत न्यूनतम तथा गौला की खनन रॉयल्टी अत्यधिक बढ़ाने के दोहरे मापदंड को तत्काल समाप्त किया जाए, पर संज्ञान नहीं लिया है। जिससे खनन व्यवसायियों में गहरा आक्रोश पनपता जा रहा है। और उन्होंने अपना कारोबार भी पूरी तरह बंद कर हड़ताल जारी रखी है। इधर लालकुआं गेट के अध्यक्ष जीवन कबड्वाल का कहना है कि उधम सिंह नगर में शांतिपुरी के पास स्थित स्टोन क्रेशरो ने पौने दामों में खनन सामग्री खरीद कर खनन व्यवसायियों की मजबूरी का नाजायज फायदा उठाया जा रहा हैं। आज दोपहर को भारी संख्या में खनन व्यवसाई उक्त स्टोन क्रेशरो में जाकर क्रेशर संचालकों को दो टूक चेतावनी देंगे कि या तो अपने रेट खोल दें अन्यथा खनन सामग्री लेना बंद कर दें। उन्होंने कहा कि यदि उक्त स्टोन क्रेशरो का रवैया नहीं बदला तो उन स्टोन क्रेशरो में जाने वाले मुख्य मार्ग पर खनन व्यवसाई धरना प्रदर्शन शुरू कर देंगे।

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