लालकुआं। तराई केंद्रीय वन प्रभाग के अंतर्गत पीपल पड़ाव रेंज में लालकुआं- गूलरभोज के बीच ट्रेन की टक्कर से एक नर हाथी गंभीर रूप से जख्मी हो गया, जिसका वन विभाग द्वारा उपचार किया जा रहा है, हाथी के उपचार के लिए मथुरा से विशेषज्ञों की टीम बुलाई गई है, वहीं रेलवे के लोको पायलट के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी गई है। वही आज प्रातः लालकुआं से मुरादाबाद को जा रही पैसेंजर ट्रेन की टक्कर से सात गोवंश की दर्दनाक मौत हो गई, उक्त हृदय विदारक घटना के चलते दिल्ली से आवागमन करने वाली दो रेल गाड़ियां डेढ़ से दो-दो घंटे तक विलंब के बाद रवाना हो सकी।
रेल पटरियों से वन्यजीवों एवं पशुओं के टकराने की घटनाएं लगातार चिंता का विषय बनी हुई हैं। शुक्रवार देर रात लालकुआं– गूलरभोज रेलखंड के बीच खंभा संख्या 16/08 पर एक गत शाम लगभग 8:30 बजे नर हाथी ट्रेन की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया। सूत्रों से पता चला है कि काशीपुर से लालकुआं लौट रही एमसीक्यू ट्रेन जैसे ही गूलरभोज स्टेशन से लाल कुआं की ओर चली थी कि तभी पटरियां पार कर रहा हाथी अचानक ट्रेन से टकरा गया। तेज टक्कर के बाद हाथी रेल लाइन के किनारे स्थित दलदल में जा गिरा।
सूचना मिलते ही तराई केंद्रीय वन प्रभाग की टीम देर रात घटनास्थल पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया, जो शनिवार सुबह तक जारी रहा। मौके पर पहुंचे अपर प्रमुख वन संरक्षक वन्य जीव विवेक पांडे, प्रभागीय वनाधिकारी उमेश तिवारी, उप प्रभागीय वनाधिकारी, और पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. राहुल सती के नेतृत्व में टीम ने घायल वयस्क हाथी को दलदल से निकालकर उसका उपचार प्रारंभ किया। डीएफओ उमेश तिवारी ने बताया कि घायल हाथी के पिछले हिस्से में अत्यधिक चोट है हाथी का इलाज घटनास्थल के पास ही जंगल में ही किया जा रहा है, तीन डॉक्टरों की टीम उसकी स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि वाइल्डलाइफ एसओएस संस्था मथुरा के विशेषज्ञ टीम को उक्त घायल हाथी के इलाज के लिए यहां बुलाया गया है आज देर रात तक उक्त टीम भी यहां पहुंच जाएगी। रेलवे की गंभीर लापरवाही को देखते हुए लोको पायलट के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
वन विभाग ने बताया कि हाथी प्रभावित क्षेत्रों में ट्रेनों की गति नियंत्रण, सेंसर सिस्टम और ड्रोन निगरानी लागू करने के मामले की जांच कराई जाएगी।
इधर लालकुआं से मुरादाबाद को जा रही पैसेंजर ट्रेन हल्दी रेलवे स्टेशन से आगे अशोका लीलैंड के नजदीक पहुंची ही थी कि अचानक गायों का झुंड रेल पटरी के आगे आ गया, जिसमें इंजन की जबरदस्त टक्कर उक्त गायों के झुंड से हो गई, जिसमें सात गायों की मौके पर ही मौत हो गई, जिसमें दो सांड एवं पांच गाय शामिल है, रेलवे द्वारा तुरंत ही मौके पर जेसीबी मशीन मंगाई गई, और मृत पशुओं को वहां से हटाया गया, इस दौरान डेढ़ से 2 घंटे तक रेल यातायात ठप रहा, जिसके चलते दिल्ली को जाने वाली संपर्क क्रांति एक्सप्रेस रेलगाड़ी प्रातः 9:30 बजे से 12 बजे तक लालकुआं स्टेशन में खड़ी रही, जबकि दिल्ली से काठगोदाम को आने वाली जनशताब्दी एक्सप्रेस रेलगाड़ी रूद्रपुर स्टेशन पर प्रात 10 बजे से 12:30 बजे तक खड़ी रही, रेलवे के मंडल जनसंपर्क अधिकारी संजीव शर्मा ने बताया कि प्रातः लालकुआं रुद्रपुर के बीच ट्रेन से टकरा जाने के चलते कुछ पशुओं के मरने की सूचना मिली, जिसके बाद रेलवे ने तत्काल जेसीबी मंगा कर उक्त जानवरों को रेलवे पटरी के आसपास से हटवाया, तथा रेल यातायात सामान्य करवाया। इस दौरान दो रेल गाड़ियां लगभग 1 घंटा विलंब के बाद गंतव्य को रवाना हो सकी। उन्होंने गूलरभोज स्टेशन के पास हाथी से ट्रेन के टकराने की घटना की जानकारी होने से इनकार किया।
फोटो परिचय- रुद्रपुर रेल मार्ग पर गोवंश के कटने के बाद शवों को हटाने जाती जेसीबी मशीन
फोटो परिचय- ट्रेन की टक्कर से घायल हाथी का उपचार करते चिकित्सक





