जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा टेरर फंडिंग में गिरफ्तार किए गए मुजम्मिल जहूर मलिक के उत्तराखंड से लिंक होने की बात सामने आने पर हड़कंप मच गया। आरोप है कि उसने अपने खातों में कई जगहों से धन जमा कराया है। यह धन आतंकी गतिविधियों में इस्तेमाल किया जाना था।
टेरर फंडिंग मामले में जम्मू-कश्मीर पुलिस के हत्थे चढ़ा कथित पत्रकार देहरादून से कनेेेकशन है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ अब उत्तराखंड पुलिस भी उसकी तहकीकात में जुट गई है। हालांकि, अभी तक अधिकारिक तौर पर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उत्तराखंड पुलिस से जानकारी साझा नहीं की है। लेकिन, खुफिया विभाग की टीम उसकी जानकारी जुटाने के लिए देहरादून आ सकती है।बता दें कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 28 साल के मुजम्मिल जहूर मलिक नाम के युवक को गिरफ्तार किया है। वह वहां के बारामुला का रहने वाला है। आरोप है कि उसने अपने खातों में कई जगहों से धन जमा कराया है। यह धन आतंकी गतिविधियों में इस्तेमाल किया जाना था।
जम्मू-कश्मीर की नौगाम पुलिस ने उससे कई दिनों तक पूछताछ की थी। इस बीच पता चला कि उसने देहरादून में एक टीवी चैनल में सात महीने तक काम किया था। इसके बाद दिल्ली चला गया। वहां दो महीने तक रहा। इसके बाद अपने गांव चला गया। यहां उसकी गतिविधियों को संदिग्ध देखकर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था।
दून कनेक्शन सामने आने के बाद उत्तराखंड पुलिस भी उसके बारे में जानकारी जुटाने में लग गई है। सूत्रों के अनुसार, मुजम्मिल दिल्ली से देहरादून आया था। यहां कुछ महीने रुकने के बाद लौट चला गया। इसके लिए इंटेलीजेंस ब्यूरो की टीम भी सक्रिय है। उसकी पड़ताल के लिए आईबी की टीम देहरादून भी आ सकती है। बताया जा रहा है कि ब्यूरो ने स्थानीय अधिकारियों से संपर्क किया है। उधर, इस मामले में डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उनसे अभी संपर्क नहीं किया है। यदि संपर्क किया जाता है तो उनकी मदद की जाएगी।