लालकुआं। गौला नदी में खनन कार्य करने वाले वाहन स्वामियों एवं सभी गौला गेटों के अध्यक्षों की बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। यहां बेरीपड़ाव में गौला खनन मजदूर उत्थान समिति के समस्त गेट अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों की बैठक हुई। बैठक का मुख्य उद्देश्य वन निगम द्वारा नदी से माल ला रहे वाहनों की निकासी बंद नहीं करने की समस्या को लेकर थी। वाहन स्वामियों का कहना है प्रत्येक गेट में लगभग 800 से 1000 गाड़ियां चलती है नदी में वजन तोलने का कोई मापक नहीं है, वह जब कांटे पर आती है तो गाड़ियों को बड़े हुए वजन की वजह से आरबीएम उतारना पड़ता है। जिससे नदी चलने के दौरान वाहनों में भारी दिक्कत आने की संभावना है। जिससे जाम की वजह से 2 दिन में नदी का एक चक्कर लगेगा। अध्यक्ष रमेश चंद जोशी ने कहा इस नियम से नदी से पर्याप्त घन मीटर आरबीएम समय पर नहीं उठ पाएगा। जिसके तहत सभी ने बैठक में यह तय किया कि गाड़ी में 108 कुंतल और ट्रैक्टर ट्राली में 80 कुंतल वजन निर्धारित किया जाए। इससे ज्यादा वजन पर वाहनों की निकासी अगले दिन के लिए बंद करने का प्रावधान रखा जाए ।जिससे नदी सही रूप से चल सके। बैठक में अध्यक्ष रमेश चंद जोशी, महामंत्री जीवन कबडवाल ,सचिव इंदर सिंह नयाल, नंन्धौर नदी अध्यक्ष तारक मंडल,गेट अध्यक्ष पंकज दानू, सुरेश चंद्र जोशी, विजय बिष्ट ,वीरेंद्र सिंह दानू ,गणेश बिरखानी ,रमेश चंद जोशी, नवीन चंद्र जोशी, सुरेश भट्ट, चंदन सिंह राणा, दीपक पाठक, लक्ष्मण मेहता ,शेखर कांडपाल ,हेम जोशी, गोकुल भट्ट ,राजू चौबे, दीपक हरडिया, प्रकाश सुनाल, हेमचंद्र जोशी, सोनू बिष्ट ,हरीश दानू ,इंद्र लाल , ग्राम प्रधान प्रदीप आर्य, प्रकाश सिंह नेगी, प्रमोद डसीला ,गोविंद सिंह दानू, कैलाश चंद्र पांडे ,त्रिलोक पांडे , मदन उपाध्याय,सहित सैकड़ो वाहन स्वामी मौजूद थे।





