कभी-कभी गंभीर समस्या का समाधान न होते देख राज्य के मुख्यमंत्री को भी ऐसा निर्णय लेना पड़ जाता है जिससे पूरा देश आश्चर्यचकित रह जाए, ऐसा ही वाक्या गत दिवस पंजाब मैं देखने को मिला है, पंजाब विधानसभा ने पिछले साल नवंबर में ‘पंजाब संरक्षण एवं संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण विधेयक-2021’ को पारित किया था.
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (CM Charanjit Singh Channi) ने शनिवार को राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित (Banwarilal Purohit) पर 36,000 संविदा कर्मचारियों को नियमित करने संबंधी विधेयक पर मंजूरी रोके रखने का आरोप लगाते हुए इसको लेकर उनके खिलाफ धरना देने की चेतावनी दी. सीएम चन्नी (CM Channi) ने साथ ही पुरोहित पर बीजेपी के दबाव में विधेयक को मंजूरी देने में देरी करने का भी आरोप लगाया। इस चेतावनी के बाद पंजाब में ही नहीं पूरे देश में हड़कंप मच गया है।