उत्तराखण्ड

भरी दोपहरी लालकुआं नगर से सटे टांडा के जंगल से तस्करों द्वारा लाए जा रहे सागौन के गिल्टों से लदे वाहन को वन विभाग के उड़न दस्ते ने पकड़ा तो इतने में मौके पर पहुंचे 10-15 लोगों ने वाहन को छुड़ाने के लिए……… पढ़ें खबर

लालकुआं। यहां टांडा रेंज स्थित चीड़खत्ता के जंगल से भरी दुपहरी को सरेआम काट कर लाए जा रहे सागौन की लकड़ी के गिल्टों से भरे वाहन को तराई केंद्रीय वन प्रभाग के वन सुरक्षा दल के उड़न दस्ते ने पकड़कर किया सीज, जिसमें लाखों की लकड़ी जब्त की गयी, तस्कर फरार हो गये, इस दौरान मौके पर पहुंचे कुछ लोगों ने उड़नदस्ते से वाहन को छुड़ाने का प्रयास किया, जिसे वन कर्मियों ने विफल कर दिया।
तराई केंद्रीय वन प्रभाग के प्रभारी सुरक्षा दल कैलाश तिवारी के नेतृत्व में उड़न दस्ते ने यहां टांडा रेंज के अंतर्गत चीड़ खाते के पास एक संदिग्ध वाहन को रोककर उसकी तलाशी ली तो उक्त वाहन संख्या टाटा एस यूके 04 सीबी- 3710 वाहन मे सागौन के विभिन्न नपत के पांच मोटे लट्ठे लदे पाए, जो पराल से ढके हुवे थे, रखे, इसी दौरान उक्त वाहन की तलाशी लेते वक्त वाहन में सवार चालक व अन्य व्यक्ति मौका पाकर जंगल की ओर को फरार हो गए, वन सुरक्षा दल के प्रभारी कैलाश तिवारी का कहना है कि इसी दौरान चीड़खत्ता की ओर से आए लगभग 10-15 लोगों ने उक्त वाहन को उड़नदस्ते के कब्जे से छुड़ाने का प्रयास किया, इस दौरान एक युवक उड़नदस्ते मैं शामिल वन कर्मियों से अत्यधिक अभद्रता भी कर रहा था, परंतु सुरक्षा दल की टीम ने उनकी बिल्कुल भी नहीं चलने दी, और अवैध लकड़ी से लदे उक्त वाहन को हल्द्वानी स्थित सुरक्षा दल के कार्यालय में ले जाकर सीज कर दिया, तथा वन अधिनियम की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत मामला पंजीकृत कर दिया।
टांडा के जंगल से भरी दोपहरी को खुलेआम की जा रही लकड़ी की अवैध तस्करी को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। वही वन सुरक्षा दल के प्रभारी कैलाश तिवारी का कहना है कि पकड़ी गई सागौन की लकड़ी की कीमत एक लाख रुपए से अधिक आंकी गई है, तथा वह ताजा कटे हुए गिल्टे हैं, जिसकी सूचना उन्होंने प्रभागीय वनाधिकारी अभिलाषा सिंह समेत तमाम अधिकारियों को दे दी है।
फोटो परिचय- तराई केंद्रीय वन प्रभाग के वन सुरक्षा दल द्वारा पकड़ा गया अवैध लकड़ी से लदा वाहन

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