उत्तराखण्ड

आंदोलित खनन व्यवसायियों ने कई स्टोन क्रेशर कराए बंद, विधायक नवीन दुम्का के आवास में वार्ता के दौरान भाजपा नेताओं से हुई नोक झोंक का वायरल हुआ वीडियो—–

लंबा समय बीत जाने के बावजूद क्रेशर संचालकों द्वारा भाड़ा नहीं बढ़ाने एवं उत्तराखंड सरकार से रॉयल्टी कम नहीं करा पाने के चलते आक्रोशित खनन व्यवसायियों ने विधायक नवीन दुम्का के घर जा कर अविलंब खनन रॉयल्टी कम कराने और क्रेशर संचालकों पर दबाव बनाकर भाड़ा बढ़ाने की जोरदार मांग की। इस दौरान खनन व्यवसायियों की विधायक दुम्का के सामने ही भाजपा नेताओं से तीखी नोकझोंक भी हुई। वार्ता के दौरान विधायक ने कहा कि वह क्रेशर संचालकों से खनन व्यवसायियों की वार्ता करा सकते हैं परंतु भाड़ा बढ़ाने के लिए उन पर दबाव नहीं बना सकते, इस पर खनन व्यवसाई आक्रोशित हो गए उन्होंने जवाब दिया कि वह क्षेत्रवासियों के प्रतिनिधि हैं न कि क्रेशर संचालकों के, जिसके बाद उक्त स्थल पर मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं की खनन व्यवसायियों से तीखी नोकझोंक हुई, खनन व्यवसायियों ने यहां तक कह दिया कि यदि जल्द क्रेशर संचालकों ने उनका भाड़ा नहीं बढ़ाया और राज्य सरकार ने रॉयल्टी की दरें कम नहीं की तो खनन व्यवसाई अपने वाहनों को सरेंडर कर देंगे। खनन व्यवसाई लगभग 2 घंटा विधायक आवास में विधायक दुम्का से वार्ता करते रहे।

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खनन व्यवसायियों में मुख्य रूप से ग्राम प्रधान रमेश जोशी, हेम दुर्गापाल, वीरेंद्र दानू, हेम जोशी, जीवन सिंह बोरा, विजय खोलिया, अमित भट्ट, तारा सिंह नगरकोटी, पम्मी सैफी, अरशद अयूब सहित सैकड़ों खनन व्यवसाई शामिल थे। वही विधायक आवास में भाजपा नेता इंदर सिंह बिष्ट और बिंदुखत्ता मंडल अध्यक्ष दीपक जोशी भी मौजूद थे।
इसके बाद खनन व्यवसायियों ने क्षेत्र के स्टोन क्रेशरो का रुख किया, जिसमें सबसे पहले वह जगदंबा स्टोन क्रेशर में पहुंचे जहां हल्दूचौड़ गेट से आई खनन से लदी गाड़ी उतरता देख वह आग बबूला हो गए उन्होंने स्टोन क्रेशर का मुख्य द्वार बंद करा दिया। जगदंबा स्टोन क्रेशर के बाद वह कृष्णा स्टोन क्रेशर में भी गये। खनन व्यवसायियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक वह स्टोन क्रेशरो में भी कारोबार नहीं होने देंगे।

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