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अतीक और अशरफ हुए सुपुर्द ए खाक………. तीनों हत्यारों को भेजा 14 दिन की न्यायिक हिरासत में……….. अब केंद्र सरकार पत्रकारों के लिए बनाएगी यह एसओपी………………

प्रयागराज। पुलिस अभिरक्षा के दौरान मारे गए अतीक-अशरफ के शवों को रविवार की शाम दफनाया गया।
अतीक-अशरफ के शवों को पोस्टमॉर्टम के बाद कसारी-मसारी स्थित कब्रिस्तान में इस्लामिक रीति-रिवाज से दफनाया गया। दोनों के शव को अतीक के बहनोई और दो रिश्तेदार लेकर पहुंचे थे। अतीक के दोनों छोटे बेटों को बाल सुधार गृह से लाया गया था। अतीक के बेटे असद की कब्र के पास ही दोनों की कब्रें खुदवाई गई थीं। अशरफ की बेटी और पत्नी जैनब भी कब्रिस्तान में मौजूद रहीं।


इससे पूर्व अतीक अहमद का पोस्टमार्टम पूरा हुवा। 5 डॉक्टरों के पैनल ने अतीक का पोस्टमार्टम किया, और वीडियोग्राफी के साथ अतीक का पोस्टमार्टम हुआ। अशरफ का भी पोस्टमार्टम पूरा होने के बाद दोनों के शवों को कसारी-मसारी स्थित उनके पैतृक कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक के लिए ले जाया गया। अतीक के बेटे असद को भी यहीं दफनाया गया था। अतीक के ससुर और बहनोई भी कब्रिस्तान पहुंचे और उन्हें अतीक-अशरफ के शवों को सौंपा गया अतीक और अशरफ को प्रयागराज के कसारी मसारी कब्रिस्तान में दफनाया गया।
अतीक और उसके भाई की हत्या करने वाले तीनों शूटर, सनी, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य की कोर्ट में पेशी हुई। तीनों आरोपियो को 14 दिन की न्यायिक हिरासत मे भेजा दिया गया। इन तीनों आरोपियों ने अतीक-अशरफ को पुलिस के सामने गोली मारी थी। उधर, यूपी के गृह विभाग ने हत्याकांड की जांच के लिए 3 सदस्यीय न्यायिक आयोग गठित किया है। यह आयोग 2 महीने के अंदर मामले की जांच करके शासन को रिपोर्ट सौंपेगा। आयोग को हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस अरविंद कुमार त्रिपाठी को लीड करेंगे। इसमें रिटायर्ड डीजीपी सुबेश सिंह, जिला कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस बृजेश कुमार सोनी को भी शामिल किया गया है।
इधर गृह मंत्रालय के फैसले के मुताबिक, पत्रकारों के लिए एसओपी बनायी जाएंगी। पत्रकारों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गृह मंत्रालय ने ये बड़ा फैसला लिया है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि, एक दिन पहले यानी शनिवार को अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी गई, माफिया डॉन की हत्या करने के लिए तीन हमलावर पत्रकार के भेष में आए थे।

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