उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां अब तेज हो चली हैं। आज से प्रत्याशी पूरी तरह मैदान में आ गए हैं। वहीं दूसरी तरफ सटोरिए भी मैदान में आ गए हैं। आईपीएम की तरह कुमाऊं मंडल में विधानसभा चुनाव को भी सटोरियों ने कमाई का जरिया बना लिया है। चुनाव में प्रत्याशियों की हार जीत पर दांव लगाना शुरू कर दिया है।
क्रिकेट पर लगने वाले सट्टे के बाद अब सटोरिए कुमाऊं मंडल में चल रहे विधानसभा चुनाव में भी सट्टा लगा रहे हैं। हालांकि डेढ़ साल के भीतर पुलिस, एसओजी और एसटीएफ ने बड़े पैमाने पर क्रिकेट पर लगने वाले सट्टे का भंडाफोड़ किया है। लेकिन इस बार सटोरियों और इसके जरिए कमाई करने वालों ने उत्तराखंड में हो रहे विधानसभा चुनाव में भी राजनीतिक पार्टियों के हार जीत पर सट्टा लगाना शुरू कर दिया है।
खासकर कुमाऊं के ऊधम सिंह नगर, नैनीताल, अल्मोड़ा, चम्पावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में विधानसभा की कुल 29 सीट हैं। इन सीटों पर प्रत्याशियों ने नामांकन भी कर दिया है। 14 फरवरी को होने वाले मतदान के लिए अलग-अलग राजनीतिक दलों के साथ ही निर्दलीय प्रत्याशी भी अपने समर्थकों के साथ प्रचार-प्रसार में जुट गए हैं। ऐसे में जगह-जगह लोग जहां गली मोहल्लों में अपने पसंदीदा प्रत्याशियों के हार-जीत को लेकर छोटे- बड़े दांव लगा रहे हैं। वहीं बड़े स्तर पर भी प्रत्याशियों के हार जीत पर दांव लग रहा है।
पांच सौ से लाखों तक लग रहे दांव
विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों के हार जीत को लेकर जहां गली मोहल्लों में पांच सौ से लेकर 50 हजार तक के दांव लग रहे हैं। वहीं बड़े स्तर पर भी लाखों के दांव लगाए जा रहे हैं। दांव पर लगने वाली धनराशि को बिचौलिए के पास जमा करवाए जा रहे हैं।
एसओजी और एसटीएफ अलर्ट
डीआइजी नीलेश आनंद भरणे ने कहा कि विधानसभा चुनाव में कानून और शांति व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस महकमा सतर्क है। चुनाव में प्रत्याशियों की हार जीत को लेकर सट्टा की भी जानकारी मिल रही है। इसके बाद पुलिस के साथ ही एसओजी और एसटीएफ को अलर्ट कर दिया गया है। ऐसे लोगों के संबंध में जानकारी जुटाकर कार्रवाई की जाएगी।