उत्तराखण्ड

क्लेश के चलते भाजपा 11 और कांग्रेस 17 सीटों पर नहीं कर पाई प्रत्याशी घोषित, आम आदमी पार्टी ने रणनीतिक तौर पर बचायी 19 सीटें….. देखें कहां क्या फंसा हैं पेंच

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर
भाजपा और कांग्रेस में संगठन में कलह से कई सीटों पर पेच फंसा हुआ है। दोनों दलों ने पहली सूची में कद्दावर नेताओं का टिकट तय कर चुनाव मैदान में उतार दिया है। लेकिन टिकट को लेकर संगठन में कलह से दोनों ही प्रमुख दल उलझे हुए हैं। वहीं, कई सीटों पर टिकट को लेकर दोनों दलों में असंतुष्टों की नाराजगी भी खुल कर सामने आ रही है। इसके अलावा कांग्रेस भी अभी अपने सबसे अनुभवी और दिग्गज नेता हरीश रावत को चुनावी रण में उतारने पर अभी कोई फैसला नहीं कर पाई है।

चुनाव आयोग ने नामांकन के लिए 28 जनवरी अंतिम तिथि तय की है। इससे पहले प्रत्याशियों को लेकर भाजपा और कांग्रेस में माथापच्ची चल रही है। भाजपा ने जहां पहली ही सूची में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक समेत कैबिनेट मंत्रियों को टिकट तय किया है। वहीं कांग्रेस ने भी प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, प्रीतम सिंह समेत सभी वर्तमान विधायकों को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा है। लेकिन कुनबे की कलह से दोनों दलों में अभी तक कई सीटों पर प्रत्याशियों को लेकर पेच फंसा है।

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भाजपा डोईवाला सीट पर उलझी हुई है। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के चुनाव लड़ने से इनकार किया है। अब इस सीट पर सीडीएस स्व. बिपिन रावत के भाई विजय सिंह रावत को टिकट दिए जाने की चर्चा है। हाल ही में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है। वहीं हरक सिंह रावत के कांग्रेस में जाने से कोटद्वार सीट पर पेच फंसा हुआ है। यहां पर ऋतु खंडूड़ी को टिकट देने की चर्चाएं है। पार्टी ने यमकेश्वर से वर्तमान विधायक होने के बाद भी उनका टिकट काट दिया है।

कोटद्वार सीट से 2012 में पूर्व मुख्यमंत्री भुवनचंद्र खंडूड़ी चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि वे चुनाव हार गए थे। भाजपा 11 सीटों पर प्रत्याशी तय नहीं कर पाई है। कांग्रेस पार्टी में दिग्गज नेता पूर्व सीएम हरीश रावत, हरक सिंह रावत, किशोर उपाध्याय समेत कई नेताओं को लेकर 17 सीटों पर टिकट तय नहीं हो पाए हैं। जो कि आज शाम या कल सुबह तक फाइनल होने की उम्मीद जताई जा रही है इसमें हरीश रावत रामनगर या लालकुआं से चुनाव लड़ सकते हैं ऐसी संभावनाएं व्यक्त की जा रही है।

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कांग्रेस में इन सीटों पर पेच
लालकुआं, रामनगर, कालाढूंगी, नरेंद्रनगर, टिहरी, कैंट, डोईवाला, ऋषिकेश, ज्वालापुर, झबरेड़ा, रुड़की, खानपुर, लक्सर, हरिद्वार ग्रामीण, चौबट्टाखाल, लैंसडौन, सल्ट।

भाजपा में इन सीटों पर पेच
लालकुआं, हल्द्वानी, रुद्रपुर, डोईवाला, कोटद्वार, झबरेड़ा, केदारनाथ, रानीखेत, जागेश्वर, पिरान कलियर, टिहरी

रणनीतिक तौर पर आप ने भी 19 सीटों पर घोषित नहीं किए उम्मीदवार
कांग्रेस और भाजपा के असंतुष्टों पर आम आदमी पार्टी की नजर है। टिकट न मिलने से जिस तरह से कांग्रेस और भाजपा में असंतुष्ट दावेदार जिस तरह से तेवर दिखा रहे हैं। उसे देखते हुए आप ने अभी तक 19 सीटों पर प्रत्याशियों का एलान नहीं किया है।

उत्तराखंड में पहली बार चुनाव लड़ रही आप में टिकट को लेकर फिलहाल कोई असंतोष नजर नहीं आ रहा है। पार्टी ने सबसे पहले कर्नल अजय कोठियाल को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने के साथ ही प्रत्याशियों की सूची जारी है। इसमें अब तक 51 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। जबकि 19 सीटों पर पार्टी ने प्रत्याशी घोषित नहीं है। सूत्रों का कहना है कि रणनीतिक तौर पर आप ने इन सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं घोषित किए हैं। आप की नजर भाजपा और कांग्रेस के असंतुष्टों पर है।
इधर भाजपा और कांग्रेस में पार्टी के भीतर जबरदस्त असंतोष उभर रहा है, टिकट वितरण को लेकर दोनों पार्टियों के टिकट से वंचित प्रमुख दावेदार या तो निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं, या दूसरे दल की ओर झांक रहे हैं। ऐसे में कुनबे को बचाना दोनों दलों के लिए चुनौती बना हुआ है। फिलहाल दोनों दल वरिष्ठ नेताओं के माध्यम से डैमेज कंट्रोल में लगे हुए हैं।

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