लालकुआं। गौला निकासी गेट लालकुआं में ट्रांजिट काटने वाले कर्मचारियों की कमी के चलते दर्जनों वाहन रोजाना नदी में ही रुकने को विवश हो रहे हैं, आज खनन सामग्री से लदे 28 वाहन रात में गौला नदी में फंसे रहे। विदित रहे कि गत दिवस ई-रवन्ना काटने वाले कर्मचारी चुलबुल पांडे द्वारा नौकरी छोड़ देने के बाद वन विकास निगम ने दूसरे कर्मचारी को लालकुआं गौला निकासी गेट में भेज दिया था, जिसके बाद ई-रवन्ना काटने की प्रक्रिया सुचारू हो गई थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गौला नदी के लगभग सभी गेटों में ट्रांजिट काटने वाले वन विभाग के ठेकेदारी श्रमिकों का अत्यधिक टोटा हो रहा है, जहां तीन धर्मकांटे हैं, वहां केवल एक कर्मचारी तैनात किया गया है, जिसके चलते एक ही धर्मकांटे से सभी गाड़ियां निकाल जा रही है, और निर्धारित समय 5 बजे तक गौला नदी में खनन सामग्री भरने गए सभी वाहन वापस नहीं आ पा रहे हैं, कल रविवार को खनन सामग्री से लदे 14 वाहन रात भर नदी में फंसे रहे, जिन्हें सोमवार की प्रातः निकाला गया, जबकि सोमवार को 28 वाहन निर्धारित समय 5 बजे तक नदी में भरे फंस गए, जिन्हें अब मंगलवार की प्रातः निकाला जाएगा, इस संबंध में वन विकास निगम के लालकुआं गेट प्रभारी पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि ट्रांजिट काटने वाले कर्मचारियों की कमी के चलते यह देरी हो रही है, इस संबंध में गौला रेंज के वन क्षेत्राधिकारी चंदन सिंह अधिकारी ने बताया कि बजट की कमी के चलते सभी गेटों में एक-एक ट्रांजिट कमी को ही तैनात किया गया है, जबकि लालकुआं में तीन धर्मकांटे हैं, यहां तीन ट्रांजिट कर्मी तैनात होने चाहिए थे, परंतु बजट की कमी के चलते एक ही कर्मचारी काम चलाने को तैनात किया गया है, उन्होंने बताया कि बजट बढ़ाने के लिए शासन से कहा गया है, जैसे ही अनुमति मिलेगी कर्मचारी बढ़ा दिए जाएंगे, फिलहाल ट्रांजिट कर्मी के अभाव में खनन व्यवसायी अत्यधिक परेशान हो रहे हैं, क्योंकि जो वाहन रात में फंस रहा है, उसे दूसरे दिन खनन सामग्री उठाने की अनुमति नहीं है, जिसके चलते उसे बेवजह नुकसान उठाना पड़ रहा है।
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