भारतीय नौसेना द्वारा समुद्री सीमा का सर्वेक्षण करने, गहरे पानी के हाइड्रो ग्राफिक सर्वेक्षण तथा भौगोलिक डाटा को संग्रह करने के लिए स्वदेशी सर्वेक्षण के पहले अत्याधुनिक युद्धपोत संध्याक को रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट की मौजूदगी में उनकी धर्मपत्नी पुष्पा भट्ट ने विधिवत रूप से बटन दबाकर लांच किया। इस ऐतिहासिक पल के नौसेना के भारी संख्या में जवान और अधिकारी गवाह बने।
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड द्वारा भारतीय नौसेना के लिए बनाए जा रहे चार स्वदेशी सर्वेक्षण युद्दपोत संध्याक के लांचिंग के अवसर पर नौसेना द्वारा आयोजित कार्यक्रम में रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री भारत सरकार अजय भट्ट की उपस्थिति में उनकी धर्मपत्नी श्रीमती पुष्पा भट्ट द्वारा परंपरा अनुसार अथर्ववेद से मंत्र जाप के साथ बटन दबा कर इस विशालकाय युद्धपोत संध्याक को भारत की सुरक्षा निरीक्षण के लिए लॉन्च किया।
विदित रहे कि यह अत्याधुनिक 80% स्वदेशी युद्धपोत बंदरगाहों के पूर्ण पैमाने और गहरे पानी के हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण में सक्षम है। इसके साथ ही समुद्री सीमा का सर्वेक्षण करने, भौगोलिक डाटा के संग्रह में भी सक्षम है। इस युद्धपोत का डिजाइन जीआरएसइ की टीम ने किया। यह जहाज 110 मीटर लंबा, 16 मीटर चौड़ा और 33 सौ टन के गहरे विस्थापन में पूरक है। 235 जवान इसमें सवार हो सकते हैं। और 18 नोट्स की गति से यह सफर कर सकता है। प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया अभियान के तहत वर्ष 2018 में रक्षा मंत्रालय और जीआरएसई के बीच 2435 करोड़ रुपए की कुल लागत से चार सर्वेक्षण युद्ध पोतों के निर्माण के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए थे। पहला जहाज जीआरएसई लिमिटेड में बनाया जा रहा है।
और शेष तीन युद्ध पोतों के निर्माण की परिकल्पना मैसर्स एलएंडटी शिपबिल्डिंग कट्टूपल्ली को दी गई है। इस अवसर पर पूर्वी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ वाइस एडमिरल विश्वजीत दास गुप्ता और किरण देशमुख तथा जीआरएसई के चेयरमैन विपिन कुमार सक्सेना सहित तमाम नौसेना के अधिकारी एवं जवान मौजूद थे।