लालकुआं । निकटवर्ती क्षेत्र हल्दूचौड़ में स्थित लाल बहादुर शास्त्री राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में कुमाऊं विश्वविद्यालय व महाविद्यालय प्रशासन से नाराज छात्र नेताओं ने कॉलेज परिसर की छत में पेट्रोल व माचिस लेकर प्रदर्शन किया, मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने आंदोलन छात्रों को नीचे उतरकर कॉलेज प्रशासन से वार्ता करायी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेता व लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय के उपाध्यक्ष सचिन फुलारा समेत आधा दर्जन से अधिक छात्र नेता सोमवार की दोपहर को हल्दूचौड़ स्थित लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय परिसर की छत पर पेट्रोल और माचिस लेकर पहुंच गए जहां से उन्होंने विभिन्न मांगों को लेकर धरना शुरू कर दिया। जिसके चलते क्षेत्र में सनसनी फैल गई सूचना पर लाल कुआं से पहुंचे वरिष्ठ उप निरीक्षक हरेंद्र सिंह नेगी ने बमुश्किल नाराज छात्र नेताओं को छत से उतार कर महाविद्यालय प्रशासन से वार्ता कराई तब जाकर कहीं युवाओं में आक्रोश शांत हुआ।
नाराज छात्र नेताओं का कहना है कि कुमाऊं विश्वविद्यालय ने अप्रैल माह में परीक्षा परिणाम घोषित किया, तथा 2 मई से स्नातक व स्नातकोत्तर की सम सेमेस्टर की परीक्षा आयोजित कर दी। इस दौरान निर्वाचन ड्यूटी पर गए अध्यापकों ने एक भी क्लास बच्चों की नहीं ली, जिसके चलते छात्रों ने मांग की है कि उक्त परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने बताया कि लालबहादुर शास्त्री महाविद्यालय में 1500 से अधिक छात्र-छात्राएं अध्ययन करते हैं, जिसमें मात्र 15 कमरे हैं, परिसर काफी गंदा रहता है। उन्होंने कहा कि सिंगल फॉर्म में महाविद्यालय का नवनिर्मित भवन बनकर तैयार है, सभी छात्र-छात्राएं उक्त परिसर में पढ़ना चाहते हैं, परंतु उक्त परिसर में लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय का स्थानांतरण नहीं कर रहे हैं , इसके साथ ही उन्होंने कहा समर्थ पोर्टल के माध्यम से बच्चों को काफी दिक्कतें आ रही हैं जहां कुमाऊं विश्वविद्यालय की गाइड लाइन में एक बच्चे का एक ही नामांकन होगा लेकिन समर्थ पोर्टल के चलते एक बच्चे के दो-दो नामांकन हो रहे हैं, उन्होंने कुमाऊं विश्वविद्यालय, क्षेत्र के विधायक व राज्य सरकार पर भी आरोप लगाया कि वह उक्त समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
इधर कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति डीएस रावत ने बताया कि दिसंबर माह में ही डेट शीट जारी कर दी थी जिसमें 30% का सिलेबस कम कर दिया गया था, और अभी परीक्षा पीछे करने पर तमाम अन्य विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा । लिहाजा परीक्षा अपने निर्धारित समय पर ही होगी।इसके अलावा समर्थ पोर्टल में होने वाली दिक्कतों के लिए संबंधित छात्र स्वयं आकर समाधान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि नामांकन दो होने पर कोई छात्र आज तक समस्या लेकर नहीं आए हैं। उन्होंने कहा कि परीक्षा की डेट शीट कुमाऊं विश्वविद्यालय से संबंधित सभी छात्र नेताओं को दिसंबर माह में ही दे दी, साथ ही विश्वविद्यालय की साइट में भी डाल दिया गया था। उन्होंने कहा कि यह केवल परीक्षाओं के समय ही इन बातों का आना कोई औचित्य नहीं है। रावत ने कहा कि एलबीएस महाविद्यालय के नवनिर्मित भवन में स्थानांतरण का मामला राज्य सरकार द्वारा ही किया जाएगा।
फोटो परिचय- एलबीएस की छत में पेट्रोल लेकर धरना देते छात्र नेता