उत्तराखण्ड

बिंदुखत्ता में पहाड़ी आर्मी की हुई सदस्यता:- नगर पालिका खत्म करने और मालिकाना हक न देने पर की कड़ी नाराजगी… देखें वीडियो…..


लालकुआं। पहाड़ी आर्मी उत्तराखंड की सदस्यता अभियान और बैठक बिंदुखत्ता के तिवारी नगर में संपन्न हुवा, जिसकी अध्यक्षता पहाड़ी आर्मी के महिला जिला अध्यक्ष प्रेमा मेर ने की। प्रेमा मेर ने क्षेत्र वासियों को संबोधित करते हुए कहा की लालकुआं विधानसभा का बिंदुखत्ता क्षेत्र आज अत्यधिक पिछड़े क्षेत्र में से एक है, क्योंकि यहां पर सारे पहाड़ी लोग रहते हैं, सरकार हमेशा पहाड़ी क्षेत्र की उपेक्षा करती आई है, जिसका नतीजा है कि लाखों की संख्या में रहने के बावजूद बिंदुखत्ता क्षेत्र को ना नगर पालिका का दर्जा मिल पा रहा है और ना ही मालिकाना हक मिल पा रहा है।
पहाड़ी आर्मी के जिला अध्यक्ष फौजी राजेंद्र कांडपाल ने कहा जिस तरह से पहाड़ी आर्मी के संस्थापक अध्यक्ष हरीश रावत ने दमुवादूंगा को मालिकाना हक की मांग के लिए एक बड़ा आंदोलन किया, जिसका नतीजा है आज दमुवादूंगा के हजारों लोगों को सरकार मालिकाना हक देने जा रही है, ठीक उसी प्रकार उनका संगठन बिंदुखत्ता को राजस्व ग्राम की लड़ाई के लिए संघर्ष करेगा, जिसके लिए क्षेत्र के लोगों को एकजुट होने का आह्वान किया, और कहा की बिंदुखत्ता क्षेत्र पर्वतीय संस्कृति का ध्वजवाहक है, क्योंकि हमारी पहाड़ी भाषा और पहाड़ी तीज त्योंहार को क्षेत्र के लोग जिस तरीके से सहेज कर रखते हैं वह एक सराहनीय कार्य है,
बैठक में जिला प्रभारी दीपा पांडे और उपाध्यक्ष अंजू पाण्डे ने जानकारी देते हुए कहा 9 नवंबर राज्य स्थापना के दिन पहाड़ी आर्मी एक विचार गोष्ठी करने जा रही है, 25 वर्षों में उत्तराखंड राज्य” कहां और क्यों” जो हल्द्वानी के नवाबी रोड स्थित रूद्राक्ष बैंक्विट हॉल में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने जनता से कार्यक्रम में आने का आह्वान किया।
इस दौरान डूंगर सिंह , लक्ष्मी देवी, गोरी, मनोज, मुन्ना, इंदिरा देवी, दुर्गा, गीता, तिलोक सिंह, वीरेंद्र सिंह, मनोज सिंह, सुरेश चंद्र पांडे, गीता नेगी, निहारिका, जानकी देवी, कश्ती देवी, भागीरथी देवी, हंसी देवी, दीपा देवी, देवेंद्र भंडारी सहित दर्जनों महिलाओ पुरुषो ने पहाड़ी आर्मी की सदस्यता ग्रहण की।
फोटो परिचय- बिन्दुखत्ता में पहाड़ी आर्मी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद पर्वतीय समुदाय के लोग

To Top