हल्द्वानी। दरोगा द्वारा ग्रामीण युवक को बेरहमी से पीटने के मामले में ओखलकांडा के खनस्यूं थाने में बवाल मच गया, यहां तैनात एक दरोगा और पुलिसकर्मी पर युवक के साथ मारपीट करने का आरोप लगाते हुए शनिवार को स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने थाने का घेराव किया।
उन्होंने दरोगा और पुलिस कर्मी को निलंबित करने की मांग की। भीमताल सीओ ने मामले में जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया जिस पर लोग शांत हुए।
इधर देर शाम लोगों के दबाव को देखते हुए और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए एसएसपी पीएन मीणा ने खनस्यूं थाने में तैनात दरोगा सादिक हुसैन को लाइन हाजिर कर दिया है। साथ ही इस मामले में एसपी क्राइम नैनीताल को जांच सौंप दी है।
ग्राम पंचायत टांडा निवासी मनमोहन शर्मा पुत्र ज्ञानेंद्र शर्मा ने पुलिस को तहरीर दी। कहा कि वह शुक्रवार को खनस्यूं बाजार आया था। बाज़ार में एक फेरी वाला बिना अनुमति के घूम रहा था तो मैंने उससे आधार कार्ड दिखाने के लिए कहा।
मनमोहन ने आरोप लगाया कि खनस्यूं थाने में तैनात दरोगा उसे थाने ले गया जहां उसे काफी पीटा। इससे उसके हाथ-पैर में चोट लग गई। मनमोहन ने बताया कि उसने अपना मेडिकल भी कराया है जिसमें चोट की बात सामने आई है।
शनिवार को स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने दरोगा और पुलिस कर्मी को सस्पेंड करने के लिए थानाध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा। भाजपा युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष मदन परगांई और बीडीसी सदस्य रवि गोस्वामी ने कहा कि पुलिस कर्मियों की ओर से युवक को पीटा जाना गलत है। –
लोगों के विरोध की सूचना पर भीमताल सीओ सुमित पांडे ने फोन पर उनसे बात कर पं मामले की निष्पक्ष जांच कराकर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इस पर लोग शांत हुए। यहां बीडीसी मेंबर रोहित थुवाल, शिव दत्त सुयाल, व्यापारी राजू बर्गली, राजेंद्र भंडारी, कमल भट्ट आदि रहे।