लालकुआं। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को 17 हजार से भी अधिक वोटों से हराने वाले लालकुआं क्षेत्र के नवनिर्वाचित विधायक डॉ मोहन बिष्ट को भाजपा हाईकमान द्वारा देहरादून बुलाया गया है। कयास लगाए जा रहे है कि डॉ बिष्ट को इस शानदार जीत पर मंत्री पद से नवाजा जा सकता है।
डॉ बिष्ट को गत दिवस भाजपा हाईकमान द्वारा देहरादून आमंत्रित किया, वह बीती रात देहरादून को रवाना हुए और आज उन्होंने वहां जाकर कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक समेत तमाम वरिष्ठ भाजपा नेताओं से मुलाकात की। आज दिनभर डॉ बिष्ट की वरिष्ठ भाजपा नेताओं के साथ अलग-अलग बैठकों का दौर चलता रहा, सूत्र बताते हैं कि डॉ बिष्ट को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को 17 हजार से भी अधिक वोटों से हराने का इनाम मंत्री पद के रूप में दिया जा सकता है।
विदित रहे कि इस विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के लिए सबसे अधिक सिर दर्द पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत बने हुए थे, रावत के लालकुआं सीट से चुनाव लड़ने पर उनका मुकाबला भाजपा प्रत्याशी डॉ मोहन बिष्ट से हुआ, और डॉ बिष्ट लालकुआं विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं के दिलों में खरे उतरे, अंततः क्षेत्रवासियों ने उन्हें अपने सर आंखों पर बिठा दिया, जबकि कांग्रेस पार्टी से मुख्यमंत्री के सशक्त दावेदार हरीश रावत को बुरी तरह अनदेखा किया। पता चला है कि होली के दौरान अच्छा शुभ मुहूर्त ना होने के चलते होली बाद 20 या 21 मार्च को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री अपनी नई कैबिनेट के साथ शपथ ले सकते हैं, मुख्यमंत्री को लेकर भी प्रदेश भर में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं, जैसा कि भाजपा हाईकमान हमेशा मुख्यमंत्री को लेकर सरप्राइज देता रहा है इस बार भी कोई नया चेहरा हो जाए तो इसके लिए प्रदेशवासियों को अभी से तैयार रहना होगा। जबकि डॉ मोहन बिष्ट को कैबिनेट मंत्री बनाने के अत्यधिक चांस नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि इसी को लेकर रविवार को डॉ बिष्ट की भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से गोपनीय एवं लंबी वार्तालाप हुई है। पार्टी नेतृत्व मोहन बिष्ट द्वारा किए गए उत्कृष्ट प्रदर्शन से अत्यंत गदगद है, सबसे बड़ी बात यह रही कि मोहन बिष्ट के जबरदस्त कैंपेन के चलते कांग्रेस प्रत्याशी हरीश रावत को प्रदेश की अन्य विधानसभाओं में चुनाव प्रचार का भी बहुत कम समय मिला, क्योंकि उन्होंने रावत को अपनी ही विधानसभा में बुरी तरह घेर रखा था। जिसके चलते मोहन बिष्ट के पहले ही विधायकी के कार्यकाल में मंत्री पद से नवाजने के संकेत मिल रहे हैं।