अंतरराष्ट्रीय

यूक्रेन से निकल रहे भारतीय छात्रों से रोमानिया बॉर्डर पर मारपीट, छात्राओं की आंखों में किया मिर्च का स्प्रे….. पढ़े ताजा हालात

रूस द्वारा यूक्रेन पर किए गए हमले के बाद उत्पन्न युद्ध के बीच यूक्रेन से निकलने में भारतीय छात्रों को भीषण चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को रोमानिया बॉर्डर पार करने के लिए भारतीय छात्रों के साथ नाइजीरिया और साउथ अफ्रीका के छात्रों ने हाथापाई कर आंखों में मिर्च स्प्रे कर दिया। छात्राओं की सुरक्षा के लिए घेरा बनाकर खड़े भारतीय छात्रों के साथ मारपीट की बात भी सामने आई है।

हालत बिगड़ने पर सुरक्षाकर्मियों ने आंसू गैस से हमलावरों को तितरबितर कर स्थिति संभाली। इस दौरान बॉर्डर पर छात्रों में भगदड़ मच गई। अफरातफरी में ऋषिकेश की एक छात्रा का मोबाइल भी खो गया। हालांकि, आठ घंटे बाद शाम करीब तीन बजे छात्राओं को रोमानिया में एंट्री मिल गई जबकि छात्र अभी इंतजार कर रहे हैं।

छात्रों को रोमानिया में प्रवेश करने से रोका गया
भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ के गढ़वाल मंडल प्रभारी प्रदीप त्यागी की भांजी ऋषिकेश निवासी तमन्ना त्यागी भी यूक्रेन से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही हैं। शनिवार तड़के चार बजे तमन्ना ने फोन पर परिजनों को बताया कि भारतीय छात्रों को इवानो शहर से रोमानिया के बॉर्डर पर लाया जा रहा है।

यहां पहले छात्राओं को रोमानिया में एंट्री कराने के लिए लाइन लगवाई जा रही थी, लेकिन नाइजीरिया और दक्षिण अफ्रीका के छात्रों ने भारतीय छात्रों को रोमानिया में प्रवेश करने से रोक दिया। उनका कहना था कि पहले नाइजीरिया और अफ्रीका के लोगों को एंट्री मिलेगी, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने अनुमति का हवाला देते हुए भारतीय छात्रों की बात कही।

भारतीय छात्रों ने छात्राओं की सुरक्षा के लिए बनाया घेरा
इस पर दूसरे देश के छात्र आक्रोशित होने लगे। तब भारतीय छात्रों ने छात्राओं की सुरक्षा के लिए घेरा बना लिया। इसके बाद नाइजीरिया और दक्षिण अफ्रीका के छात्रों ने उनके साथ हाथापाई कर दी और छात्राओं की आंखों में मिर्च पाउडर स्प्रे का छिड़काव कर दिया। तमन्ना का कहना है कि इससे बॉर्डर पर भगदड़ मच गई और उनकी एक दोस्त का पैर टूट गया है जबकि उनका मोबाइल भी कहीं गिरकर खो गया।

कई घंटे बाद तमन्ना ने अपनी दोस्त के मोबाइल से इसकी जानकारी दी। वहीं, शाम तीन बजे तमन्ना ने बताया कि छात्राओं की रोमानिया में सुरक्षित एंट्री हो गई है जबकि छात्रों को अभी तक यूक्रेन बॉर्डर पर ही रोका गया है। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री एवं हरिद्वार सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, ने केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट को फोन पर उक्त घटना की जानकारी दी। साथ ही सभी छात्रों की सुरक्षित भारत लाने की मांग की है।

रोमानिया बॉर्डर पर 40 किमी लंबा जाम
तमन्ना ने फोन पर बताया कि भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने सभी छात्रों को इवानो शहर में एक हॉस्टल में एकत्र होने के निर्देश दिए थे। यहां से बसों में बैठाकर उन्हें रोमानिया ले जाना था। इसके बाद एयरलिफ्ट कर भारत लाया जाना था, लेकिन रोमानिया-यूक्रेन बॉर्डर पर करीब 40 किमी लंबे जाम के चलते खुले में सड़क पर फंसने का डर है। ऐसे में सभी छात्र अभी वहीं फंसे हैं। हालांकि, भारतीय अधिकारी उनके लिए भोजन आदि की व्यवस्था कर रहे हैं। बताया कि यूक्रेन में मोबाइल कनेक्टिविटी लगातार बाधित होने से छात्रों की परिजनों से ज्यादा बात नहीं हो पा रही हैै।

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