उत्तराखण्ड

रेलवे ठेका श्रमिक की ड्यूटी के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद क्षेत्रवासियों ने रेलवे कार्यालय के सामने शव रखकर किया जा रहा है प्रदर्शन, यह रखी है मांग

लालकुआं। रेलवे के सिग्नल विभाग में कार्यरत ठेका श्रमिक की टांडा क्रॉसिंग में काम करने के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद परिजनों ने उक्त ठेका श्रमिक का शव सिग्नल कार्यालय के सामने रखकर मुआवजे की मांग को लेकर घंटों प्रदर्शन किया। देर शाम तक उक्त प्रदर्शन जारी था।
सिग्नल कार्यालय के समक्ष ठेका श्रमिक का शव रखकर प्रदर्शन कर रहे परिजनों में मृतक राजकुमार उम्र 35 वर्ष, के बड़े भाई विनोद कुमार ने बताया कि शुक्रवार की रात अपने दो अन्य साथियों के साथ राजकुमार सिग्नल विभाग के अंतर्गत ठेका श्रमिक के रूप में टांडा क्रॉसिंग में पटरियों के बीच काम करने के लिए घर से रवाना हुआ था। शाम लगभग 4 बजे कार्यस्थल पर ही अज्ञात कारणों के चलते राजकुमार गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे साथी कर्मचारी एसटीएच चिकित्सालय हल्द्वानी ले गए जहां चिकित्सकों ने राजकुमार को मृत घोषित कर दिया। जैसे ही यह खबर उसके परिजनों को लगी तो घर में कोहराम मच गया। इधर परिवार में उसकी पत्नी लक्ष्मी देवी, 4 वर्षीय बेटी खुशबू, बहन रिंकी के भरण पोषण की जिम्मेदारी मृतक राजकुमार पर ही थी। राजकुमार के शव को सिग्नल गेट के समक्ष रखकर परिजनों एवं क्षेत्रवासियों ने घंटों प्रदर्शन किया। इस दौरान उक्त ठेकेदार द्वारा जब मुआवजा न देने की बात कही गई तो क्षेत्रवासी उग्र हो गए। जिसके बाद मौके पर आरपीएफ, जीआरपी और कोतवाली पुलिस को बुलाया गया। देर शाम तक उक्त मामले को लेकर क्षेत्रवासियों का प्रदर्शन जारी था। लोग रेलवे प्रशासन एवं ठेकेदार के विरुद्ध नारेबाजी कर रहे थे। इस मौके पर मौजूद पूर्व चेयरमैन पवन चौहान ने बताया कि राजकुमार दो-तीन माह से सिग्नल विभाग के अंतर्गत ठेका श्रमिक के रूप में काम कर रहा था, परंतु ठेकेदार द्वारा उसका ईएसआई और पीएफ नहीं काटा गया था। जिसके चलते अब उक्त मृतक मजदूर के परिजनों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट आ गया है। तथा ठेकेदार भी मुआवजा देने से मुकर रहा है। उन्होंने बताया कि उक्त प्रदर्शन के बाद जहां स्टेशन अधीक्षक ने फोन उठाना बंद कर दिया, वही सिग्नल विभाग का कोई अधिकारी बात करने को तैयार नहीं हो रहा है। उक्त घटना से क्षेत्र वासियों में गहरा असंतोष व्याप्त है। इस मौके पर पूर्व दर्जा राज्यमंत्री हेमंत द्विवेदी, भाजपा नेता संजीव शर्मा, प्रेम नाथ पंडित, आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष ओमपाल कश्यप, बीपी मिश्रा, अनुज शर्मा, विकास गुप्ता, गीता शर्मा, गणेश जलाल, बृजेश यादव, मुकेश सिंह और इमरान खान सहित भारी संख्या में क्षेत्रवासी एवं मृतक के परिजन मौजूद थे। देर रात तक प्रदर्शनकारी मृतक आश्रितों को ठेकेदार से 10 लाख रुपए मुआवजे की मांग कर रहे थे। रेल विभाग का कोई भी अधिकारी इस मामले में बात करने को तैयार नहीं था जबकि परिजन घंटों उक्त कार्यालय के सामने शव रखकर प्रदर्शन कर रहे थे।

To Top