लालकुआं। 18 खंडों के संग्रह सेलेक्टेड वर्क्स ऑफ़ भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत का डिजिटलीकरण अंततः हो गया है, प्रसिद्ध इतिहासकार बीआर नंदा द्वारा संकलित 18 खंडों का एक संग्रह, सेलेक्टेड वर्क्स ऑफ़ भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत का डिजिटलीकरण जिसमें लगभग 9000 पेज हैं, सफलतापूर्वक पूरा हो गया है। डिजिटलीकरण की यह प्रक्रिया भारतीय इतिहास में गोविंद बल्लभ पंत के अमूल्य योगदान को संरक्षित और प्रसारित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह डिजिटलीकरण परियोजना इतिहासकारों, राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर और छात्रों और प्रौद्योगिकी विशेषज्ञों के कई सालों के सहयोगात्मक प्रयासों का प्रमाण है। उक्त जानकारी देते हुए भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत समिति के प्रदेश संयोजक गोपाल सिंह रावत ने बताया कि सेलेक्टेड वर्क्स ऑफ भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत के 18 संस्करणों का विमोचन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा 12 दिसंबर 2002 को प्रधान मंत्री आवास 7 आरसीआर, नई दिल्ली में किया गया था। गोविन्द बल्लभ पंत एक प्रतिष्ठित स्वतंत्रता सेनानी और राजनेता ने भारत की स्वतंत्रता संग्राम और इसके बाद के राजनीतिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके विस्तृत कार्यों में भाषण पत्र और लेख शामिल हैं, जो उस समय के राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक परिदृश्य में गहरे अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं। यह डिजिटलीकरण पहल सुनिश्चित करती है कि ये ऐतिहासिक खजाने अब वैश्विक दर्शकों विद्वानों शोधकर्ताओं और इतिहास प्रेमियों के लिए सुलभ हैं। डिजीटलीकृत पुस्तकें www.pantpath.org पर दुनिया भर के शोधकर्ताओंए छात्रों और इतिहास में रुचि रखने वालों निःशुल्क उपलब्ध होंगी। यह भारत की समृद्ध ऐतिहासिक विरासत को संरक्षित करने और इसे विश्व भर में सुलभ बनाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
उन्होंने बताया कि www.pantpath.org वेबसाइट छात्रों शोधकर्ताओं और भारत के इतिहास व विरासत में रुचि रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए एक अमूल्य संसाधन है। यह न केवल ऐतिहासिक विरासत को संरक्षित करता है बल्कि इसे वैश्विक दर्शकों के लिए सुलभ भी बनाता है जिससे भारत के इतिहास के महत्वपूर्ण यात्रा की व्यापक जानकारी मिलेगी।
फाइल फोटो- पंडित गोविंद बल्लभ पंत